ललितपुरः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने में लगे हुए हैं. उनकी तमाम सख्तियों के बावजूद अधिकारी और पुलिस कर्मी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला ललितपुर का है. जहां धुरवारा के राजूलाल ने पुलिस अधीक्षक को एक शिकायती पत्र देकर थाना मड़ावरा में तैनात सिपाही रुद्रपाल पर कार्रवाई के नाम पर रुपये लेकर वापस न करने का आरोप लगाते हुए सिपाही पर कार्रवाई की मांग की है.
थाना मड़ावरा के निवासी शिकायतकर्ता राजूलाल पुत्र मनके अहिरवार ने बताया कि वह दिनांक 26 नवम्बर को थाना सोजना के अंतर्गत ग्राम गोना गया हुआ था. जहां धुरवारा के ही निवासी सुमित लुहार ने बेवजह उससे गाली गलौच करते हुए मारपीट करने लगा. किसी तरह बचकर अपने घर पहुंचा तो पहले से घात लगाए बैठे सुमित लुहार के परिजनों ने उससे फिर से मारपीट शुरू कर दी. किसी तरह मैं थाना मड़ावरा पहुंचा तो वहां तैनात सिपाही रुद्रपाल ने आरोपियों पर कार्रवाई करने के नाम पर 21 हजार रुपये की मांग की है.
जिसमें शिकायतकर्ता ने 27 नवम्बर को सुबह 6 हजार रुपये व बाकी 15 हजार शाम को मनमुताबिक कार्रवाई के बाद देने की बात तय की लेकिन पुलिस द्वारा विपक्षियों से सांठगांठ कर केवल सुमित पर धारा 151 में कार्यवाही की गयी. अन्य नामजद आरोपियों के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं कि गयी. जब शिकायतकर्ता राजूलाल द्वारा सिपाही रुद्रपाल से दिए गए 6 हजार रुपये वापस मांगे तो उसने उल्टे गाली देते हुए उसे थाने से भगा दिया.
पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय ललितपुर में एक शिकायती पत्र प्रेषित कर सिपाही रुद्रपाल से रुपये वापस कराने के साथ ही उक्त सिपाही पर कार्रवाई करने की मांग की है. सिपाही रुद्रपाल वर्तमान में थाना मड़ावरा में अंडर ट्रेनी के तौर पर तैनात है. मामले को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक गिरजेश कुमार ने कहा कि सरकारी कार्य से अभी जनपद से बाहर हूं जैसे ही वापसी होती है. शिकायत को संज्ञान में लेकर जांच कर पारदर्शिता पूर्ण कार्रवाई की जाएगी.
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