ललितपुरः जिले में गुरुवार को गल्ला व्यापार मंडल के व्यापारियों ने अवैध अतिक्रमण हटाये जाने पर विरोध जताया. व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कलेक्ट्रेट परिसर में जमकर नारेबाजी की. आरोप है कि गल्ला मंडी ललितपुर में व्यापारियों को प्रशासन ने 1995 से लेकर 2020 तक अस्थायी चौहद्दी अलॉट करके व्यापारियों के लिए अलॉटमेंट किया गया था.
कब्जा न हटाने पर अड़े व्यापारी
अवैध निर्माण हटाने के लिए राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद द्वारा प्रदेश की सभी मंडियों में सर्कुलर जारी किया गया था. इसके बाद ललितपुर जिला प्रशासन ने गल्ला मंडी में अवैध अतिक्रमण हटाने का नोटिस भेजा था. इसके विरोध में गुरुवार को व्यापारियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में विरोध प्रदर्शन करके अवैध कब्जे को न हटाने की मांग की.
व्यापारियों ने अलॉट अस्थायी चबूतरा को बताया लीगल
उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि मंडी निदेशक लखनऊ द्वारा पूरे यूपी में एक सर्कुलर जारी किया गया था. इसमें कहा गया कि गल्ला मंडियों में जो अतिक्रमण है उनको हटाया जाए. ललितपुर में व्यापारियों को सन 1995 से लेकर वर्ष 2020 तक अस्थायी चौहद्दी अलॉट करके व्यापारियों के लिए वहां अलॉटमेंट किया गया था. अस्थायी दुकानदारों को वहां स्थापित किया गया और किरायानामा लिखा गया. जो अस्थायी व्यवसायी हैं, वो मंडी शुल्क जमा कर चुके हैं. ऐसे व्यापारी जिनका कॉन्ट्रेक्ट किया गया हो, उनको अतिक्रमण और अवैध कब्जे के नाम पर हटाना निश्चित ही दुर्भाग्यपूर्ण है. व्यापारियों को इसके लीगल पजेशन दिए गए थे.
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कृषि उत्पादन मंडी समिति ललितपुर के व्यापारियों ने ज्ञापन दिया कि गल्ला व्यापार के जो लोग वहां अवैध रूप से अतिक्रमण किए थे, उनको इस आशय की नोटिस दिया गया कि आपको चबूतरा अलॉट हुआ था, लेकिन आपने वहां निर्माण करा लिया, तो उस निर्माण को हटाने का नोटिस दिया गया है.
-अनिल कुमार मिश्रा, अपर जिलाधिकारी