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ललितपुर: गार्गी शिक्षिका योजना पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन

उत्तर प्रदेश के ललितपुर में 15 अगस्त को जिलाधिकारी द्वारा शुरू की गई 'गार्गी शिक्षिका योजना' के तहत सोमवार को एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया.

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Published : Oct 14, 2019, 6:38 PM IST

गार्गी शिक्षा योजना पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन.

ललितपुर: शहर के राजकीय इंटर कॉलेज में 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना के अंतर्गत गार्गी शिक्षिका योजना पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया. इसमें जिलाधिकारी ने सभी चयनित गार्गी शिक्षिकाओं को शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए दिशा निर्देश दिए. आयोजित कार्यक्रम में सभी गार्गी शिक्षिका, ग्राम प्रधान और पार्षद मौजूद रहे.

गार्गी शिक्षा योजना पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन.
125 बेटियों को एकल और बंद विद्यालयों में पढ़ाने के लिए चयनित
गार्गी शिक्षिका योजना के तहत जिले की 125 बेटियों को एकल और बंद विद्यालयों में पढ़ाने के लिए चयनित किया गया है. जिले के लगभग 250 विद्यालय एकल और बंद विद्यालय शिक्षक विहीन संचालित हो रहे थे. इसको देखते हुए जिलाधिकारी द्वारा यह योजना शुरू की गई है. इस सेमिनार का आयोजन गार्गी शिक्षिकाओं को प्रोत्साहित करने और दिशा निर्देश देने के लिए किया गया था.

इसे भी पढ़ें:- सहारनपुर: जर्जर छतों के नीचे पल रहा है प्राथमिक स्कूलों के बच्चों का 'भविष्य'

'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना को जोड़ा गया गार्गी शिक्षा योजना से

जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि गार्गी शिक्षिका योजना इसी वर्ष 15 अगस्त से शुरू की गई है. इस योजना के तहत 125 ऐसे स्कूलों को कवर किया है, जो कि एकल अध्यापक थे, जहां पर पढ़ाई का स्तर ठीक नहीं था. ऐसे में जब शिक्षक नहीं आता था तो स्कूल बंद हो जाता था. ऐसे में वहां पर गार्गी शिक्षिका के रूप में उसी गांव की बेटी/बहु को तैनात किया गया है और इसे 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान से भी जोड़ा गया है.

दो हजार रुपये दिए जाएंगे वेतनमान

इसमें एक सोसाइटी का गठन किया गया है और उस सोसाइटी के तहत शिक्षिकाओं को 1 हजार रुपये वेतनमान के रूप में दिया जाएगा. सोमवार को यहां सेमिनार में सभी के साथ विचार विमर्श करके वेतनमान दो हजार कर दिया गया है.

ललितपुर: शहर के राजकीय इंटर कॉलेज में 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना के अंतर्गत गार्गी शिक्षिका योजना पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया. इसमें जिलाधिकारी ने सभी चयनित गार्गी शिक्षिकाओं को शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए दिशा निर्देश दिए. आयोजित कार्यक्रम में सभी गार्गी शिक्षिका, ग्राम प्रधान और पार्षद मौजूद रहे.

गार्गी शिक्षा योजना पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन.
125 बेटियों को एकल और बंद विद्यालयों में पढ़ाने के लिए चयनितगार्गी शिक्षिका योजना के तहत जिले की 125 बेटियों को एकल और बंद विद्यालयों में पढ़ाने के लिए चयनित किया गया है. जिले के लगभग 250 विद्यालय एकल और बंद विद्यालय शिक्षक विहीन संचालित हो रहे थे. इसको देखते हुए जिलाधिकारी द्वारा यह योजना शुरू की गई है. इस सेमिनार का आयोजन गार्गी शिक्षिकाओं को प्रोत्साहित करने और दिशा निर्देश देने के लिए किया गया था.

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'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना को जोड़ा गया गार्गी शिक्षा योजना से

जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि गार्गी शिक्षिका योजना इसी वर्ष 15 अगस्त से शुरू की गई है. इस योजना के तहत 125 ऐसे स्कूलों को कवर किया है, जो कि एकल अध्यापक थे, जहां पर पढ़ाई का स्तर ठीक नहीं था. ऐसे में जब शिक्षक नहीं आता था तो स्कूल बंद हो जाता था. ऐसे में वहां पर गार्गी शिक्षिका के रूप में उसी गांव की बेटी/बहु को तैनात किया गया है और इसे 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान से भी जोड़ा गया है.

दो हजार रुपये दिए जाएंगे वेतनमान

इसमें एक सोसाइटी का गठन किया गया है और उस सोसाइटी के तहत शिक्षिकाओं को 1 हजार रुपये वेतनमान के रूप में दिया जाएगा. सोमवार को यहां सेमिनार में सभी के साथ विचार विमर्श करके वेतनमान दो हजार कर दिया गया है.

Intro:एंकर-ललितपुर शहर के राजकीय इंटर कालेज में 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना के अंतर्गत 15 अगस्त को जिलाधिकारी ललितपुर द्वारा शुरू की गई गार्गी शिक्षका योजना का आज एक दिवसीय सेमिनार आयोजन किया गया.जिसमे जिलाधिकारी ललितपुर ने सभी चयनित गार्गी शिक्षिकाओं को शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए दिशा निर्देश दिए गए.आयोजित कार्यक्रम में सभी गार्गी शिक्षिका, ग्राम प्रधान व पार्षद मौजूद रहे.


Body:वीओ-ललितपुर जिले की बेसिक शिक्षा को पटरी पर लाने के लिए व गांव की बेटियों का शिक्षक बनने का एक सपना पूरा करने के उद्देश्य से 15 अगस्त को जिलाधिकारी ने एक गार्गी शिक्षिका योजना लॉन्च की थी.इस योजना के तहत जिले की 125 बेटियों को एकल व बंद विद्यालयों में पढ़ाने के लिए चयनित किया था.बता दें कि जिले के लगभग 250 विद्यालय एकल,बंद व शिक्षक विहीन संचालित हो रहे थे.जिसको देखते हुए जिलाधिकारी द्वारा यह योजना शुरू की गई थी और आज एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन गार्गी शिक्षिकाओं को प्रोत्साहित करने व दिशा निर्देश देने के लिए किया गया है।

बाइट-वही जिलाधिकारी ने बताया कि गार्गी शिक्षका योजना इसी वर्ष 15 अगस्त से शुरू की गई है.इस योजना के तहत 125 ऐसे स्कूलों को कवर किया है.जो कि एकल अध्यापक थे जहाँ पर पढ़ाई का स्तर ठीक नही था.ऐसे में जब शिक्षक नही आता था तो स्कूल बंद हो जाता था.तो ऐसे में वहाँ पर गार्गी शिक्षिका के रूप में उसी गांव की बेटी/बहु को तैनात किया गया है औऱ इसे 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान से भी जोड़ा है.इसमे एक सोसाइटी के गठन किया है और उसमें सोसाइटी के तहत शिक्षिकाओं को 1 हज़ार रुपए वेतनमान के रूप में दिया जाएगा.और आज यहाँ सभी के साथ विचार विमर्श करके वेतनमान 2 हज़ार कर दिया है.अब से 2 हज़ार रुपए वेतनमान के रूप दिया जाएगा और भविष्य में सोसाइटी जितना भी जनसहयोग प्राप्त कर सकती है तो उसके आधार पर वेतन भी बड़ा सकती है.और दो माह से जो शिक्षिकाएं पढ़ा रही है उसके परिणाम बहुत अच्छे आये हैं और जहाँ भी पढ़ाई का माहौल कभी कभी दिखाई देता था.अब वहाँ नियमित पढ़ाई हो रही है.अभी 125 शिक्षिकाओं को तैनात किया है और भविष्य में सोसाइटी चाहेगी तो 1 से अधिक शिक्षिका भी तैनात कर सकती है

बाइट-जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह.


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