लखनऊ : राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने प्रदेश सरकार पर किसानों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि 'प्रदेश सरकार ने एक अप्रैल से किसानों को फ्री बिजली देने का वादा किया था, लेकिन चार माह बीत जाने के बाद भी सरकार ने इस सम्बन्ध में कोई आदेश जारी नहीं किया है. इसकी वजह से किसान परेशान है. अपने खेतों की सिंचाई नहीं कर पा रहा है.'
राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा कि 'प्रदेश सरकार किसानों को अपनी फसलों को बचाने के लिए कृषि फीडर पर 10 घंटे बिजली देने के बजाय मानसून की बेरुखी को देखते हुए 14 घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित कराने की घोषणा करे, क्योंकि वर्तमान में पूरे प्रदेश में किसान अपनी फसलों की सिंचाई निजी नलकूप के सहारे ही करने को विवश हैं. कृषि फीडर पर उन्हें 10 घंटे से भी कम बिजली आपूर्ति मिल रही है, ऐसे में किसानों को गंभीर समस्या से गुजरना पड़ रहा है. आगामी दो माह किसानों की फसलों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं, ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार को बिजली आपूर्ति बढ़ाने का तत्काल निर्णय लेना चाहिए. मानसून की बेरुखी के कारण प्रदेश के अधिकांश जनपदों में सूखे जैसी स्थिति दिखाई पड़ रही है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी के बीच बिजली की मांग बढ़कर लगभग 28 हजार मेगावाट पहुंच गई है और प्रदेश सरकार किसानों को पर्याप्त बिजली नहीं दे पा रही है. उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से किसानों को चार घंटे अतिरिक्त बिजली की आपूर्ति देने की मांग की है.'
प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा है कि 'किसानों को अभी मात्र 1200 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की जा रही है जो कि किसानों की फसल की सिंचाई के लिए ऊंट के मुंह में जीरे के समान है. उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से 14 घंटे बिजली आपूर्ति देने की मांग की है.'
आरएलडी ने की मांग, किसानों को चार घंटे अतिरिक्त बिजली दे सरकार - राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से 14 घंटे बिजली आपूर्ति देने की मांग की है. उन्होंने प्रदेश सरकार पर किसानों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया है.
लखनऊ : राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने प्रदेश सरकार पर किसानों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि 'प्रदेश सरकार ने एक अप्रैल से किसानों को फ्री बिजली देने का वादा किया था, लेकिन चार माह बीत जाने के बाद भी सरकार ने इस सम्बन्ध में कोई आदेश जारी नहीं किया है. इसकी वजह से किसान परेशान है. अपने खेतों की सिंचाई नहीं कर पा रहा है.'
राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा कि 'प्रदेश सरकार किसानों को अपनी फसलों को बचाने के लिए कृषि फीडर पर 10 घंटे बिजली देने के बजाय मानसून की बेरुखी को देखते हुए 14 घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित कराने की घोषणा करे, क्योंकि वर्तमान में पूरे प्रदेश में किसान अपनी फसलों की सिंचाई निजी नलकूप के सहारे ही करने को विवश हैं. कृषि फीडर पर उन्हें 10 घंटे से भी कम बिजली आपूर्ति मिल रही है, ऐसे में किसानों को गंभीर समस्या से गुजरना पड़ रहा है. आगामी दो माह किसानों की फसलों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं, ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार को बिजली आपूर्ति बढ़ाने का तत्काल निर्णय लेना चाहिए. मानसून की बेरुखी के कारण प्रदेश के अधिकांश जनपदों में सूखे जैसी स्थिति दिखाई पड़ रही है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी के बीच बिजली की मांग बढ़कर लगभग 28 हजार मेगावाट पहुंच गई है और प्रदेश सरकार किसानों को पर्याप्त बिजली नहीं दे पा रही है. उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से किसानों को चार घंटे अतिरिक्त बिजली की आपूर्ति देने की मांग की है.'
प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा है कि 'किसानों को अभी मात्र 1200 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की जा रही है जो कि किसानों की फसल की सिंचाई के लिए ऊंट के मुंह में जीरे के समान है. उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से 14 घंटे बिजली आपूर्ति देने की मांग की है.'