ललितपुर: जिले के ग्राम पचौड़ा में नाथ सम्प्रदाय के लगभग 50 परिवार बसे हुए हैं. जिनको आज भी अपनी जाति मालूम नहीं है और न ही सरकार की किसी भी सुविधा का लाभ इन्हें मिल रहा है. जबकि सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ भी इसी सम्प्रदाय के हैं. बावजूद इसके ये लोग दर-दर की ठोकरे खा रहे हैं.
नहीं मिल पा रहा सरकारी योजना का लाभ
- ललितपुर मुख्यालय से लगभग 45 किमी दूर ग्राम पचौड़ा में बसे नाथ सम्प्रदाय के लोग बदहाली के आंसू बहाने को मजबूर हैं.
- पूरी बस्ती झोपड़ियों में रहती हैं. इनके पास न तो रहने को पक्के मकान है और न ही शौचालय है.
- इस सम्प्रदाय के लोग मौत के मुंह मे जाकर सांप पकड़ते हैं और उसक सहारे फिर बीन बजाकर, सांप दिखाकर भीख मांगकर अपना परिवार चलाते हैं.
- लेकिन वर्तमान सरकार ने इनके मुख्य धंधे पर भी रोक लगा दी है. जिस कारण इनके पास कमाई का जरिया नहीं बचा है.
- वहीं वर्तमान में इसी सम्प्रदाय के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों में सूबे की कमान है. बावजूद इसके इस सम्प्रदाय के लोगों किसी भी योजना को लाभ नहीं मिल रहा है.
सम्प्रदाय के लोगों को अपनी जाति की नहीं है जानकारी
- सम्प्रदाय के लोगों का कहना है कि जब योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने, तो हमको बहुत उम्मीदें थी कि सुविधा मिलेगी, लेकिन असुविधा मिल रही है.
- उनका कहना है कि हम लोग जो सांप बिच्छू पकड़कर अपना गुजारा करते थे, उस पर भी रोक लगा दी गई है.
- वोट मांगने को तो सब आ जाते हैं, लेकिन सुविधा देने कोई नहीं आता है.
- हमें किसी भी सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है और न ही अपने बच्चों को पढ़ा-लिखा पा रहे हैं.
- उनका कहना है कि हमें अपने जाति की जानकारी नहीं है.
नाथ समुदाय के लोगों को एससी कैटेगिरी में नहीं रखा गया है. जो शासन का आदेश है विमुक्ति जाति करके हैं उनका, इसलिए ये रिजर्वेशन का लाभ नहीं पा रहे हैं. इस संबंध में जानकारी प्राप्त किया जा रहा है. जैसे ही जानकारी मिलेगी हम शासन को पत्र लिखेंगे.
मानवेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी