ललितपुरः सर्व शिक्षा अभियान के तहत शासन बच्चों की शिक्षा पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. लेकिन, जिम्मेदार अधिकारी इस अभियान को मिट्टी में मिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. ताजा मामला जिले के मड़ावरा ब्लॉक का है. सुदूर वनांचल में बसे कुर्रट गांव के संविलियन उच्च प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षिका फरजाना खातून दो साल से स्कूल में अनुपस्थित चल रही थी. ग्रामीणों का आरोप है कि शिक्षिका का पति जो खुद तालबेहट ब्लॉक में शिक्षक है वह अटेंडेंस रजिस्टर में फर्जी हस्ताक्षर से हाजिरी दर्ज करके चला जाता था.
आरोप संज्ञान में आने के बाद खण्ड शिक्षा अधिकारी मड़ावरा नरेश रावत ने इसकी जांच की. इसमें अध्यापिका पर 01 नवंबर 2021 विद्यालय में अनुपस्थित थी और लगातार अनमितिता बरतने का मामला सामने आया. इसके बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रामप्रवेश ने कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से फरजाना खातून को निलंबित कर दिया साथ ही, मड़ावरा खंड शिक्षा कार्यलय में अटैच कर दिया गया.
बता दें कि इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से चलाया था. इस पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने संज्ञान लिया था और खंड शिक्षा अधिकारी मड़ावरा को जांच आदेश दिए थे. अब इस मामले की दो खण्ड शिक्षा अधिकारी जांच करेंगे. शिक्षिका फरजाना खातून को सस्पेंड कर के जिले के खंड शिक्षा अधिकारी महरौनी राजकुमार पुरोहित और बिरधा के कपूर सिंह परिहार को जांच दी गयी है. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रामप्रवेश ने 30 दिन में जांच करने के निर्देश दिए हैं.
खण्ड शिक्षा अधिकारी मड़ावरा नरेश कुमार रावत ने कहा कि ब्लॉक मड़ावरा के ग्राम कुर्रट में इंजार्ज अध्यापिका फरजाना खातून को BSA ने सस्पेंड कर दिया है. फरजाना खातून के खिलाफ आये दिन शिकायतें आ रही थीं. अधिकारियों के निरीक्षण में अनुपस्थित मिलीं और ग्रामीणों व विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों ने भी लगातार अनुपस्थित रहने की शिकायतें की थी.
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