ललितपुर: जिला अस्पताल में संविदा के पद पर कार्यरत एक वार्ड बॉय संतोष यादव ने मोहल्ले और समाज की हिकारत से तंग आकर डाई पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की. स्वास्थ्य कर्मी पिछले दिनों जिला अस्पताल के एक स्वास्थ्यकर्मी की मौत के बाद आई कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट के चलते अपने घर में क्वॉरंटाइन था.
स्वास्थ्य कर्मी को किया गया था होम क्वॉरंटाइन
संतोष यादव के साथ मोहल्ले वालों ने अपना व्यवहार बदल दिया और लोग उसे यह कहकर तंग करने लगे कि तुम कोरोना से ग्रसित हो. तुम हमें भी ग्रसित कर दोगे. जबकि स्वास्थ्य कर्मी संतोष यादव में कोरोना के कोई भी लक्षण नहीं थे. उसे केवल और केवल एहतियातन क्वॉरंटाइन किया गया था और मोहल्ले वालों के उलाहनों से तंग आकर गुरुवार को संतोष यादव ने अपने घर में जान देने के उद्देश्य से डाई का सेवन कर लिया.
समय रहते इसकी जानकारी परिजनों को हो गई और वे तत्काल उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंच गए. यहां उसे तुरंत उपचार मिल जाने के कारण उसकी जान बचा ली गई. इस घटना से समाज और उसके मोहल्ले वालों के ऊपर यह प्रश्न खड़ा हो रहा है कि आखिर इस युवक का क्या कसूर था, जो उसे मोहल्ले वालों ने इतना तंग किया.
संतोष यादव ने बताई आपबीती
स्वास्थ्य कर्मी ने बताया कि हम अपने घर में थे और हमारे मोहल्ले वाले टॉर्चर कर कर रहे थे. हमने अपने घर वालों से कहा और उनके घर वालों से भी कहा लेकिन वह फिर भी नहीं माने और आज ऐसी स्थिति आ गई कि हमें आत्महत्या करने की सूझी तो हमने पॉइजन खा लिया.
हमको पता चला कि वॉर्ड बॉय संतोष यादव को उसके मोहल्ले वाले उसे आने जाने में परेशान करते थे तो उसने डाई पी ली. उसे ही देखने आये थे. अब उसकी स्थिति ठीक है और पेट की सफाई कर दी गई है.
-डॉ. प्रताप सिंह (CMO)