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ललितपुर: पुलिस प्रताड़ना से परेशान किसान ने खाया जहर, सरकार पर लगाया गंभीर आरोप

उत्तर प्रदेश के ललितपुर में एक किसान ने पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए विषाक्त पदार्थ खा लिया. वहीं एक वीडियो बनाकर पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि योगी सरकार की पुलिस गुंडों को बढ़ावा दे रही है और शरीफों को टॉर्चर कर रही है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

पुलिस की प्रताड़ना पर किसान ने खाया जहर
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Published : Oct 19, 2019, 4:59 PM IST

Updated : Oct 20, 2019, 12:39 PM IST

ललितपुर: जिले की खाकी एक बार फिर से सवालों के घेरे में है. ताजा मामला सदर कोतवाली अंतर्गत चौकी बिरधा के ग्राम सतरबांस का है. यहां एक किसान ने बिरधा चौकी इंचार्ज पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए विषाक्त पदार्थ खा लिया. वहीं एक वीडियो बनाकर पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये योगी सरकार की पुलिस गुंडों को बढ़ावा दे रही है और शरीफों को टॉर्चर कर रही है. ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

पुलिस की प्रताड़ना पर किसान ने खाया जहर.

क्या है पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम सतरवांस निवासी किसान पंकज पाराशर की गांव में खेती है. उसके खेत पर खड़ी फसल को कुछ दबंगों ने जानवरों से चरवा कर जबरन नष्ट करवा दिया. जब किसान ने इसका विरोध किया तो दबंगों ने उसके साथ अभद्रता और गाली-गलौज की, जिसके बाद पीड़ित किसान दबंगों के खिलाफ बिरधा चौकी में 10 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराने पहुंचा, लेकिन पुलिस ने उल्टा उसे ही रात भर चौकी में बैठाए रखा और जबरन समझौता लिखवा लिया.

वहीं, जब पीड़ित किसान ने तहसील दिवस में अधिकारियों से शिकायत की तो बिरधा चौकी इंचार्ज उसे रोजाना परेशान करने लगे. इसके अलावा दबंगों ने पुलिस से मिलकर उसे फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी, जिससे क्षुब्ध होकर किसान ने आत्मघाती कदम उठा लिया.

पीड़ित किसान ने विषाक्त पदार्थ का सेवन करने से पहले एक वीडियो के माध्यम से अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि योगी सरकार की पुलिस गुंडों को बढ़ावा दे रही है. शरीफों को टार्चर कर रही है. यदि मैं मरा तो मेरे साथ-साथ मेरी पत्नी और दोनों बच्चे भी मरेंगे, जिसके जिम्मेदार पांचों गुंडे और पुलिस प्रशासन होंगे. मैं अपने गांव नहीं जा पा रहा हूं. परिवार का पालन पोषण करने का एकमात्र जरिया खेती ही है. जब मैं खेती नहीं कर पाऊंगा तो परिवार का पालन पोषण कैसे करूंगा.

यह भी पढ़ें: चिन्मयानंद को बचाने के लिए यूपी सरकार ने पीड़ित छात्रा को भेजा जेल: अजय कुमार लल्लू

दबंगों ने हमारी खेती बर्बाद कर दी, जिसकी शिकायत पुलिस थाने में की, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई करने का बजाय मेरे पति को परेशान किया जाने लगा, जिससे आहत होकर उन्होंने विषाक्त पदार्थ खा लिया.
गीता पाराशर, पीड़ित किसान की पत्नी

मेरे चाचा ने फसल बर्बाद करने को लेकर दंबगों के खिलाफ थाने में शिकायत की थी. इसके बाद पुलिस और दबंगों ने द्वारा उन्हें परेशान किया जाने लगा, जिसके चलते उन्होंने विषाक्त पदार्थ खा लिया.
प्रशांत पाराशर,पीड़ित किसान का भतीजा

एक व्यक्ति इमरजेंसी में आया है. परिजनों द्वारा बताया गया है कि चूहामार दवाई खाई है. अभी स्थिति ठीक है और वरिष्ठ फिजिशियन द्वारा भी देख लिया गया है.
डॉ. सच्चिदानंद, इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर

इस पूरे प्रकरण की जांच क्षेत्राधिकारी नगर के द्वारा की जाएगी है. उन्हें निर्देशित कर दिया गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
मिर्जा मंजर बेग, पुलिस अधीक्षक

ललितपुर: जिले की खाकी एक बार फिर से सवालों के घेरे में है. ताजा मामला सदर कोतवाली अंतर्गत चौकी बिरधा के ग्राम सतरबांस का है. यहां एक किसान ने बिरधा चौकी इंचार्ज पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए विषाक्त पदार्थ खा लिया. वहीं एक वीडियो बनाकर पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये योगी सरकार की पुलिस गुंडों को बढ़ावा दे रही है और शरीफों को टॉर्चर कर रही है. ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

पुलिस की प्रताड़ना पर किसान ने खाया जहर.

क्या है पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम सतरवांस निवासी किसान पंकज पाराशर की गांव में खेती है. उसके खेत पर खड़ी फसल को कुछ दबंगों ने जानवरों से चरवा कर जबरन नष्ट करवा दिया. जब किसान ने इसका विरोध किया तो दबंगों ने उसके साथ अभद्रता और गाली-गलौज की, जिसके बाद पीड़ित किसान दबंगों के खिलाफ बिरधा चौकी में 10 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराने पहुंचा, लेकिन पुलिस ने उल्टा उसे ही रात भर चौकी में बैठाए रखा और जबरन समझौता लिखवा लिया.

वहीं, जब पीड़ित किसान ने तहसील दिवस में अधिकारियों से शिकायत की तो बिरधा चौकी इंचार्ज उसे रोजाना परेशान करने लगे. इसके अलावा दबंगों ने पुलिस से मिलकर उसे फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी, जिससे क्षुब्ध होकर किसान ने आत्मघाती कदम उठा लिया.

पीड़ित किसान ने विषाक्त पदार्थ का सेवन करने से पहले एक वीडियो के माध्यम से अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि योगी सरकार की पुलिस गुंडों को बढ़ावा दे रही है. शरीफों को टार्चर कर रही है. यदि मैं मरा तो मेरे साथ-साथ मेरी पत्नी और दोनों बच्चे भी मरेंगे, जिसके जिम्मेदार पांचों गुंडे और पुलिस प्रशासन होंगे. मैं अपने गांव नहीं जा पा रहा हूं. परिवार का पालन पोषण करने का एकमात्र जरिया खेती ही है. जब मैं खेती नहीं कर पाऊंगा तो परिवार का पालन पोषण कैसे करूंगा.

यह भी पढ़ें: चिन्मयानंद को बचाने के लिए यूपी सरकार ने पीड़ित छात्रा को भेजा जेल: अजय कुमार लल्लू

दबंगों ने हमारी खेती बर्बाद कर दी, जिसकी शिकायत पुलिस थाने में की, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई करने का बजाय मेरे पति को परेशान किया जाने लगा, जिससे आहत होकर उन्होंने विषाक्त पदार्थ खा लिया.
गीता पाराशर, पीड़ित किसान की पत्नी

मेरे चाचा ने फसल बर्बाद करने को लेकर दंबगों के खिलाफ थाने में शिकायत की थी. इसके बाद पुलिस और दबंगों ने द्वारा उन्हें परेशान किया जाने लगा, जिसके चलते उन्होंने विषाक्त पदार्थ खा लिया.
प्रशांत पाराशर,पीड़ित किसान का भतीजा

एक व्यक्ति इमरजेंसी में आया है. परिजनों द्वारा बताया गया है कि चूहामार दवाई खाई है. अभी स्थिति ठीक है और वरिष्ठ फिजिशियन द्वारा भी देख लिया गया है.
डॉ. सच्चिदानंद, इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर

इस पूरे प्रकरण की जांच क्षेत्राधिकारी नगर के द्वारा की जाएगी है. उन्हें निर्देशित कर दिया गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
मिर्जा मंजर बेग, पुलिस अधीक्षक

Intro:एंकर-उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले की खाकी एक बार फिर से सवालों के घेरे में है.ताज़ा मामला सदर कोतवाली अंतर्गत चौकी बिरधा के ग्राम सतरबांस का है जहाँ के निवासी किसान पंकज पाराशर ने बिरधा चौकी इंचार्ज पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया है.बता दे कि पीड़ित ने विषाक्त पदार्थ का सेवन करने से पूर्व एक वीडियो बनाया था.जिसमे पीड़ित ने पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए कहा कि 'ये योगी सरकार की पुलिस है जो गुंडों को बढ़ावा दे रही है और शरीफों को टॉर्चर कर रही है'जिसका वीडियो अब वायरल हो रहा है


Body:वीओ-प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम सतरवांस निवासी किसान पंकज पाराशर की गाँव मे खेती है.उसके खेत पर खड़ी फसल को कुछ दबंग किस्म के लोगों ने जानवरों से चरवा कर जबरन नष्ट करवा दिया गया था.जब किसान ने इसका विरोध किया तो दबंगों द्वारा उसके साथ अभद्रता और गाली-गलौज की.जिसके बाद पीड़ित किसान जब दबंगों के खिलाफ बिरधा चौकी में 10 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराने पहुंचा तो पुलिस ने उल्टा उसे ही रात भर चौक में बैठाए रखा और जबरन समझौता लिखा लिया और छोड़ने के लिए उससे पैसे भी लिए.जिसके बाद जब पीड़ित किसान ने तहसील दिवस में अधिकारियों से शिकायत की गई.तो उसके बाद से बिरधा चौकी इंचार्ज द्वारा रोजाना परेशान किया जाने लगा और दबंग विपक्षियों ने पुलिस मिलकर उसे फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी.जिससे छुब्ध होकर किसान में आत्मघाती कदम उठाया. बाइट-वहीं पीड़ित ने विषाक्त पदार्थ का सेवन करने से पहले एक वीडियो के माध्यम से अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि ये योगी सरकार की पुलिस है जो गुंडों को बढ़ावा दे रही है और शरीफों को टार्चर कर रही है.यदि मैं मरा तो मेरे साथ साथ मेरी पत्नी और दोनों बच्चे भी मरेंगे. जिसके जिम्मेदार पांचों गुंडे औऱ पुलिस प्रशासन जिम्मेदार होगा.ये योगी सरकार की पुलिस है जो गुंडों को बढ़ावा और शरीफों को जेल में डाल रही है.मैं अपने गांव नही जा पा रहा हूँ.परिवार का पालन पोषण करने का मात्र खेती ही जरिया है और जब मैं खेती ही कर पाऊंगा तो परिवार का पालन पोषण कैसे करूंगा. बाइट-पंकज पाराशर (पीड़ित किसान) बाइट-वही परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि खेत पर खड़ी फसल को कुछ दबंग किस्म के लोगों ने जानवरों से चरवा कर जबरन नष्ट करवा दिया गया था. जिसके बाद जब दबंगों के खिलाफ बिरधा चौकी में 10 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराने पहुंचा तो पुलिस ने उल्टा उसे ही रात भर चौक में बैठाए रखा.और राजीनामा करवा कर पैसे लेकर छोड़ दिया.जिसके बाद जब तहसील दिवस में शिकायत की तो उसके बाद से रोजाना परेशान करने लगे जिससे परेशान होकर जहर खा लिया.वही पत्नी ने भी पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है और दबंगों से पैसे लेकर रोजाना परेशान कर रहे है बाइट-प्रशांत पाराशर (पीड़ित किसान का भतीजा) बाइट-गीता पाराशर (पीड़ित किसान की पत्नी)


Conclusion:बाइट-वही इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर का कहना है कि एक व्यक्ति इमरजेंसी में आये है और परिजनों द्वारा बताया गया है कि चूहामार दवाई खाये हैं.अभी स्थिति ठीक है और वरिष्ठ फिजिशियन द्वारा भी देख लिया गया है. बाइट-डॉ सच्चिदानंद (इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर) बाइट-वही इस मामले में पुलिस अधीक्षक का कहना है कि इस पूरे प्रकरण की जांच क्षेत्राधिकारी नगर के द्वारा की जाएगी है उन्हें निर्देशित कर दिया है जांच रिपोर्ट आने के बाद जो सच्चाई होगी.उसके आधार पर वैधानिक कार्यवाही करेंगे। बाइट-पुलिस अधीक्षक मिर्जा मंजर बेग नोट-इस खबर से संबंधित सभी बाइट,विसुअल wrap से up_lal_01_police_harassment_vis_byte_7203547 स्लग के साथ भेज दिए गए है कृपया संज्ञान लें.
Last Updated : Oct 20, 2019, 12:39 PM IST
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