ललितपुर: शनिवार को मंडलायुक्त और जिलाधिकारी ललितपुर में संचालित हो रही गोवंश आश्रय स्थलों का निरीक्षण किया था. जहां पर गड़बड़ियां मिली थी और मंडलायुक्त ने जिम्मेदार अधिकारियों को फटकार भी लगाई थी. वहीं गोवंश आश्रय स्थल में हो रही गायों की मौतों को लेकर पशु चिकित्साधिकारी को भी निलंबित करने के निर्देश दिए थे.
जिलाधिकारी ने किया गोशालाओं का निरीक्षण
जिलाधिकारी ने गोशालाओं का दौरा करने के बाद पाया कि जिले की गोशालाओं और गोवंशों की स्थिति बहुत ही दयनीय है, क्योंकि खाने को सिर्फ सूखा भूसा उनको मिलता है. सूखे भूसे में न तो कोई न्यूट्रेन्स और न ही कोई मिनरल्स होता है और न कोई फैट होता है. इसलिए सूखा भूसा कोई गाय खाएगी तो क्या होगा उसका,वो 2-3 महीने में ठठरी(गंभीर बीमार) बन जायेगी और 3-4 महीने में मर जाएगी.
जिलाधिकारी ने कहा कि मुझे कोई गाय ऐसी नहीं दिखी कि जिसकी स्वाभाविक मौत हुई हो. स्वाभाविक मौत उनकी होती है जो बुढ्ढी हो जायें अपनी उम्र पूरी कर लें वो स्वाभाविक मौत होती है.
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अच्छी भली गाय 4-6 महीने सूखा भूसा खा के ठठरी बन जाये और फिर गिर जाए तो वह स्वाभाविक मौत नहीं है और यहां जो मौत स्वाभाविक दिखाई जा रही है वो उन्हीं की स्वाभाविक मौत दिखाई जा रही है. डॉक्टर क्या करेगा और प्रशासन क्या करेगा.
-योगेश कुमार शुक्ला,जिलाधिकारी