ललितपुर: जिले में टिड्डियों के दल से सहमे किसानों के लिए एक बार फिर राहत भरी खबर सामने आई है. कृषि विभाग के डिस्ट्रिक्ट एग्रीकल्चर ऑफिसर ने अपनी टीम के साथ टिड्डी दल के लगभग 2 किलोमीटर के झुंड में से करीब 60 से 70 प्रतिशत टिड्डियों को रासायनिक छिड़काव से मारने का दावा किया है. जानकारी के मुताबिक विरधा ब्लॉक के ग्राम तोर टपरियन में शिवपुरी के वस्वा से टिड्डियों के दल की आने की सूचना प्राप्त हुई थी.
देश के कई राज्यों में आतंक मचाने वाले टिड्डी दल इन दिनों कोरोना वायरस के बाद दूसरी सबसे बड़ी चिंता का विषय बने हुए हैं. कई राज्यों में लाखों की संख्या में टिड्डी दल ने किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है. उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में टिड्डियों के दल से सहमे किसानों के लिये एक बार फिर राहत भरी खबर आई है. बता दें कि विरधा ब्लॉक के ग्राम तोर टपरियन में पहुंचे टिड्डी दल की सूचना ग्रामवासियों से मिलने पर कृषि विभाग की तरफ से उचित कदम उठाया गया.
डिस्ट्रिक्ट एग्रीकल्चर ऑफिसर ने बताया कि जब टिड्डी के दल ने शिवपुरी के वस्वा में प्रवेश किया तो लगातार हमारी टीम के द्वारा पीछा किया गया. टिड्डी दल लगभग साढ़े 5 बजे के आस-पास कल्याणपुरा गौशाला के आस पास मंडराने लगा. इसके बाद हम लोगों को लग गया कि ये हमारे जिले में स्टॉक करेगा. इसके बाद इसकी गहन निगरानी की तो ये ग्राम तोर टपरियन में आकर बैठ गया. ये काफी बड़ी मात्रा में झुंड था. हम इन्हें खोज कर कर चुके थे.
उन्होंने बताया कि रात में टॉर्च की रोशनी और गांव वालों की मदद से खोज कर ली गयी, जिसके बाद उन पर रासायनिक छिड़काव किया गया. डिस्ट्रिक्ट एग्रीकल्चर ऑफिसर ने बताया कि भारत सरकार की एक टीम हमारी मदद करने के लिये आई हुई है. उनकी भी कुछ गाड़ियां हैं. ये झुंड 1 से 2 किलोमीटर का था और करोड़ों में टिड्डियों की संख्या थी. उसमें से 60 से 70 प्रतिशत टिड्डियों को मार दिया गया है.