ललितपुर: जिले में आज भी अंधविश्वास इस कदर हावी है कि यहां के लोग वैज्ञानिक तौर तरीकों से ज्यादा झाड़ फूंक पर विश्वास करते हैं. इसी अंधविश्वास के चलते थाना जखौरा के तिलहरी ग्राम में दो सगे भाई-बहन को सर्प ने डस लिया था. परिजन उनको अस्पताल न ले जाकर ओझाओं से झाड़ फूंक के चक्कर में घुमते रहे. लिहाजा समय से अस्पताल न पहुंचने के कारण दोनों भाई बहन काल के गाल में समा गए.
झाड़ फूंक में गई भाई बहन की गई जान
- जखौरा ब्लॉक के तिलहरी ग्राम में दो भाई बहन को सर्प ने डस लिया था. जिनको परिजन समय अस्पताल नहीं ले गये.
- सर्प दंश के बाद परिजन दोनों को झाड़ फूंक के चक्कर में ओझाओं के पास ले गये थे.
- दोनों पीड़ित बच्चों पर विष का प्रभाव लगातार बढ़ता गया. जब तक दोनों को हॉस्पिटल ले जाते, तब तक दोनों ने दम तोड़ दिया.
- ग्रामीणों के मुताबिक दोनों बच्चे अपनी मां के साथ झोपड़ी में सो रहे थे. तभी सांप ने दोनों को डस लिया.
गांव वालों ने सुनाई अंधविश्वास की कहानी
- गांव के वृद्ध बताया हम लोग सर्प डसने पर पीड़ित को कारस देवता के पास ले जाते हैं. वहां झाड़ फूंककर दवाई पिलाई जाती है और मरीज सही हो जाता है.
- एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि आज भी लोग अंधविश्वास और भ्रांतियों में जी रहे हैं. लोगों को मेडिकल साइंस से ज्यादा पुराने ढर्रे को लोग अपना रहे हैं.
जखौरा के तिलहरी ग्राम में दोनों भाई बहन खेत में लेटे हुए थे, तभी इनको सर्प ने काट लिया. सर्प के काटने के बाद ये लोग झाड़ फूंक के चक्कर में पड़ गए. यदि समय से अस्पताल में ले जाते तो दोनों शायद बच जाते.
केसव दास, सीओ नाराहट