ललितपुर : सरकारें देश में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा रही हैं. वहीं जिले में मोटी रकम तनख्वाह के रूप में पाने वाले शिक्षक घर बैठकर आराम कर रहे हैं. जिले के कई स्कूल में शिक्षक समय से नहीं जाते हैं. वहीं दूरदराज के स्कूलों में अध्यापक जाते ही नहीं हैं.
- सर्व शिक्षा अभियान के तहत सरकारें शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा रही हैं.
- शिक्षा विभाग में लापरवाह अधिकारियों और शिक्षकों द्वारा बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
- जिले में कई सरकारी विद्यालय ऐसे हैं, जहां पर शिक्षक कभी समय पर नहीं आते हैं और कई विद्यालय में शिक्षक आते ही नहीं हैं.
- वह अपनी तनख्वाह घर बैठे पा रहे हैं.
- अभिभावकों का कहना है कि जनपद में शिक्षा का स्तर गिरता ही जा रहा है. दूरदराज के स्कूलों में अध्यापक जाते ही नहीं हैं. वहां ताला लटका रहता है.
हम शैक्षिक गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं. कहीं-कहीं ऐसी शिकायतें सामने आ रही थी कि स्कूल समय से नहीं खुल रहे हैं. कहीं कुछ लापरवाही हो रही थी. इसको लेकर औचक निरीक्षण भी किए गए. इसमें गत दो निरीक्षण में 10 अध्यापकों को निलंबित किया गया और कई शिक्षकों का एक दिन का वेतन भी काटा गया है. सुधार की दृष्टि से ही कार्रवाई की गई है. यदि अब भी सुधार नहीं हुआ तो आगे भी कार्रवाई चलती रहेगी.
-मनोज कुमार वर्मा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी