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AKTU : तकनीकी के जरिए आकाशीय बिजली की समस्या का होगा समाधान

आकाशीय बिजली के गिरने से जानमाल की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि स्थित इनोवेशन हब यूपी राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ मिलकर हैकथाॅन कराने जा रहा है.

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Published : Aug 19, 2023, 9:26 PM IST

लखनऊ : डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आकाशीय बिजली के गिरने से होने वाले जान माल की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए एक इनोवेशन की तलाश के लिए हैकथॉन की शुरुआत की है. इसके तहत प्राविधिक विश्वविद्यालय में स्थापित इन्नोवेशन हब व उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ मिलकर आयोजित हो रहे इस हैकथॉन के माध्यम से आपदाओं को रोकने के लिए नई तकनीक की खोज करेगा. इस हैकथॉन शामिल होने के लिए देशभर से आवेदन लिए जा रहे हैं. यह जानकारी प्राविधिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडे ने विश्वविद्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में दी.

हैकथॉन रनटाइम
आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि- 17 अगस्त से 5 सितंबर 2023
आवेदन मूल्यांकन- 11 से 15 सितंबर 2023
राउंड-1 शॉर्टलिस्टेड परिणाम- 16 सितंबर 2023
राउंड-2 ऑनलाइन स्क्रीनिंग- 20 से 22 सितंबर 2023
राउंड-2 के परिणाम की घोषणा- 25 सितंबर 2023

उन्होंने बताया कि 'इस हैकथॉन में भाग लेने के लिए 17 अगस्त से 5 सितंबर तक आवेदन किया जा सकते हैं. प्रोफेसर पांडे ने बताया कि पूरे प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने व चक्रवात से हजारों लोगों की मौतें होती हैं. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग इस आपदा का सबसे अधिक शिकार होते हैं. उन्होंने बताया कि यूपी में अभी आकाशीय बिजली गिरने से जितने भी मौतें होती हैं उसे रोकने के लिए पर्याप्त जानकारी के उपकरण नहीं हैं. मौजूदा समय में कुछ उपकरण से ही बिजली गिरने की भविष्यवाणी होती है, मगर यह बेहद कम क्षेत्रों में ही प्रभावी है. उन्होंने बताया कि एकेटीयू का प्रयास है कि एक ऐसी डिवाइस बनाई जाए जो बड़े क्षेत्र में इस आपदा के होने की सूचना पहले दे, ताकि इसके चपेट में आने से होने वाली मौतों को कम किया जा सके और लोगों को समय रहते ही आगाह कर उनको बचाया जा सके.'

कुल पुरस्कार राशि- 5 लाख रुपये
विजेता- 2 लाख रुपये
प्रथम रनरअप- डेढ़ लाख रुपये
द्वितीय उपविजेता- एक लाख रुपये
सान्त्वना पुरस्कार- 50 हजार रुपये

कुलपति प्रोफेसर पांडे ने बताया कि 'विश्वविद्यालय इस हैकथॉन के माध्यम से एक ऐसी तकनीक विकसित करना चाहता है जो चार उद्देश्यों को पूरा कर सके. उन्होंने बताया कि इस पर काम करने वाले लोगों के इनोवेशन का चयन कर उसका उपयोग इस समस्या से दूर करने में किया जा सकेगा.' वहीं राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की प्रोजेक्ट डायरेक्टर अदिति उमराव ने बताया कि 'इस हैकथॉन से सामने आने वाले इनोवेशन जो ऐसी घटनाएं कम कर सके उसे विकसित करने में मौसम विभाग और भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान विभाग मंत्रालय के साथ सहयोग करने का प्रस्ताव दिया है. उन्होंने बताया कि एक बार सभी के आइडिया मिलने के बाद हैकथॉन का ग्रांड फिनाले 6 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा. इसके फाइनलिस्ट को नगद पुरस्कार के तौर पर ₹500000 का पुरस्कार यूपीएलसी द्वारा दिया जाएगा. वहीं यूपी स्टार्टअप नीति के तहत इन्नोवेशन हब उत्तर प्रदेश द्वारा सभी फिनॉलिस्ट को प्रमाणपत्र व गैर वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा.

यह भी पढ़ें : अयोध्या में हुई थी सिद्धू मूसेवाला की हत्या की प्लानिंग, एक नेता के फार्म हाउस पर हुआ था हथियारों का ट्रायल

लखनऊ : डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आकाशीय बिजली के गिरने से होने वाले जान माल की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए एक इनोवेशन की तलाश के लिए हैकथॉन की शुरुआत की है. इसके तहत प्राविधिक विश्वविद्यालय में स्थापित इन्नोवेशन हब व उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ मिलकर आयोजित हो रहे इस हैकथॉन के माध्यम से आपदाओं को रोकने के लिए नई तकनीक की खोज करेगा. इस हैकथॉन शामिल होने के लिए देशभर से आवेदन लिए जा रहे हैं. यह जानकारी प्राविधिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडे ने विश्वविद्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में दी.

हैकथॉन रनटाइम
आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि- 17 अगस्त से 5 सितंबर 2023
आवेदन मूल्यांकन- 11 से 15 सितंबर 2023
राउंड-1 शॉर्टलिस्टेड परिणाम- 16 सितंबर 2023
राउंड-2 ऑनलाइन स्क्रीनिंग- 20 से 22 सितंबर 2023
राउंड-2 के परिणाम की घोषणा- 25 सितंबर 2023

उन्होंने बताया कि 'इस हैकथॉन में भाग लेने के लिए 17 अगस्त से 5 सितंबर तक आवेदन किया जा सकते हैं. प्रोफेसर पांडे ने बताया कि पूरे प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने व चक्रवात से हजारों लोगों की मौतें होती हैं. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग इस आपदा का सबसे अधिक शिकार होते हैं. उन्होंने बताया कि यूपी में अभी आकाशीय बिजली गिरने से जितने भी मौतें होती हैं उसे रोकने के लिए पर्याप्त जानकारी के उपकरण नहीं हैं. मौजूदा समय में कुछ उपकरण से ही बिजली गिरने की भविष्यवाणी होती है, मगर यह बेहद कम क्षेत्रों में ही प्रभावी है. उन्होंने बताया कि एकेटीयू का प्रयास है कि एक ऐसी डिवाइस बनाई जाए जो बड़े क्षेत्र में इस आपदा के होने की सूचना पहले दे, ताकि इसके चपेट में आने से होने वाली मौतों को कम किया जा सके और लोगों को समय रहते ही आगाह कर उनको बचाया जा सके.'

कुल पुरस्कार राशि- 5 लाख रुपये
विजेता- 2 लाख रुपये
प्रथम रनरअप- डेढ़ लाख रुपये
द्वितीय उपविजेता- एक लाख रुपये
सान्त्वना पुरस्कार- 50 हजार रुपये

कुलपति प्रोफेसर पांडे ने बताया कि 'विश्वविद्यालय इस हैकथॉन के माध्यम से एक ऐसी तकनीक विकसित करना चाहता है जो चार उद्देश्यों को पूरा कर सके. उन्होंने बताया कि इस पर काम करने वाले लोगों के इनोवेशन का चयन कर उसका उपयोग इस समस्या से दूर करने में किया जा सकेगा.' वहीं राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की प्रोजेक्ट डायरेक्टर अदिति उमराव ने बताया कि 'इस हैकथॉन से सामने आने वाले इनोवेशन जो ऐसी घटनाएं कम कर सके उसे विकसित करने में मौसम विभाग और भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान विभाग मंत्रालय के साथ सहयोग करने का प्रस्ताव दिया है. उन्होंने बताया कि एक बार सभी के आइडिया मिलने के बाद हैकथॉन का ग्रांड फिनाले 6 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा. इसके फाइनलिस्ट को नगद पुरस्कार के तौर पर ₹500000 का पुरस्कार यूपीएलसी द्वारा दिया जाएगा. वहीं यूपी स्टार्टअप नीति के तहत इन्नोवेशन हब उत्तर प्रदेश द्वारा सभी फिनॉलिस्ट को प्रमाणपत्र व गैर वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा.

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