ललितपुर: योगी सरकार में लापरवाह डॉक्टरों पर कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है. जिले में 7 डॉक्टर्स लंबे समय से बिना किसी अनुमति के अनुपस्थित चल रहे थे, जिसमें से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात 3 डॉक्टरों की शासन की ओर से सेवा समाप्त कर दी गई. वहीं 2 डॉक्टरों ने स्वयं इस्तीफा दिया है और अन्य 2 डॉक्टरों पर जांच चल रही है.
ललितपुर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात 7 डॉक्टर लगभग 3 सालों से बिना किसी अनुमति के अनुपस्थिति चल रहे थे. जिस पर मुख्य चिकित्साधिकारी ने शासन को अनुपस्थित चल रहे लापरवाह डॉक्टरों पर कार्रवाी के लिए पत्र लिखा था.
इसमें से डॉ. गौरी निरंजन, डॉ. दीपक निरंजन और डॉ. अंशुल शर्मा तीनों की सेवाएं शासन की ओर से समाप्त कर दी गई है. वहीं डॉ. राजमणि दौहरे और डॉ. सुदीप भारद्वाज ने अपना इस्तीफा दे दिया. डॉ. विनोद कुमार रावत और डॉ. अलका मित्तल की जांच चल रही है.
मुख्य चिकित्साधिकारी का कहना है कि जो डॉक्टर्स लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे थे. इसमें तीन लोगों की सेवाएं शासन द्वारा समाप्त कर दी गई है. दो डॉक्टरों ने खुद इस्तीफा दे दिया, जो मंजूर हो गया है और दो डॉक्टरों की जांच चल रही है.
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