लखीमपुर खीरी: सूबे के कानून मंत्री बृजेश पाठक बुधवार को लखीमपुर खीरी पहुंचे, जहां उन्होंने तिकोनियां हिंसा में मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं के परिजनों से मुलाकत कर उन्हें हर संभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया. सबसे पहले बृजेश पाठक फरधान थाना इलाके के परसेहरा गांव पहुंचे, जहां उन्होंने तिकोनियां हिंसा में मारे गए गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के ड्राइवर हरिओम मिश्रा के परिवार से मिले. वहीं, परिवार के लोग मंत्री को देखकर दहाड़े मार रोने लगे. वहीं, परिवार के लोगों को सांत्वना देते हुए मंत्री ने ढांढस बंधाया व हर संभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया.
इसके बाद कानून मंत्री मृतक भाजपा कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के परिवार से मिले और उन्हें सांत्वना दी. इस दौरान मृतक शुभम के पिता विजय मिश्रा ने कानून मंत्री को अपनी तहरीर दिखाते हुए उक्त मामले में एफआईआर दर्ज कराने की मांग की. साथ ही उन्होंने कहा कि शुभम उनके घर का इकलौता कमाने वाला था और वो प्राइवेट नौकरी कर किसी तरह से परिवार का भरण-पोषण करता था. ऐसे में उसके जाने के बाद हम पूरी तरह से टूट गए हैं और अब हमारा कोई सहारा भी नहीं है. वहीं, मृतक शुभम के पिता ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि मंत्री जी बहू को नौकरी देने की बात कह गए हैं. उन्होंने कहा कि आपके लिए भी कुछ करेंगे, हिम्मत रखिए.
बता दें कि तिकुनिया कांड में हुई एक पक्षीय कार्रवाई को लेकर लोगों का गुस्सा अब सड़क पर उतरने लगा है. इसी कड़ी में मंगलवार की शाम को हजारों की संख्या में प्रबुद्ध वर्ग के लोग अपने हाथों में कैंडल लेकर निकले और अशोक चौराहा आकर तिकुनिया कांड में मारे गए शुभम मिश्रा, हरिओम मिश्रा, श्यामसुंदर निषाद और पत्रकार रमन कश्यप के हत्यारों को फांसी दिलाने की मांग की थी.
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वहीं, इस घटना के बाद से ही सूबे की सियासत पूरी तरह से गरमा गई है और इसका असर साफ देखने को मिल रहा है. यही कारण है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वयं सूबे के कानून मंत्री यहां मृतकों के परिजनों से मुलाकात को आए और बिलखते परिजनों को ढांढस बंधाने के साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाने की बात कही. बता दें कि खलीमपुर खीरी हिंसा में चार किसान, एक पत्रकार और तीन भाजपा कार्यकर्ताओं की मौत हुई थी.