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लखीमपुर हिंसा मामला: सुमित मोदी की तलाश में ताबड़तोड़ छापे, कल निकाला जाएगा कैंडल मार्च

लखीमपुर हिंसा में मारे गए चार किसानों और एक पत्रकार की मौत के मामले में पुलिस को सुमित मोदी की तलाश है. अहम गवाह सुमित जायसवाल उर्फ मोदी की एसआईटी पूरा जोर लगाकर तलाश कर रही है.

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Published : Oct 15, 2021, 7:55 PM IST

up police raids to find sumit modi in lakhimpur violence case
up police raids to find sumit modi in lakhimpur violence case

लखीमपुर खीरी: यूपी पुलिस को लखीमपुर हिंसा में मारे गए चार किसानों और एक पत्रकार की मौत के मामले में सुमित मोदी की तलाश है. सुमित मोदी के अलावा पुलिस को सत्यम त्रिपाठी की भी तलाश है, जो अंकित दास की फॉर्च्यूनर गाड़ी का ड्राइवर बताया जा रहा है. सत्यम त्रिपाठी इलाहाबाद का रहने वाला है. मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री का बेटा आशीष मिश्रा अभी जेल में है.


पुलिस सुमित जायसवाल के लखीमपुर और अन्य ठिकानों पर दबिश दे रही है. पुलिस सूत्रों की मानें तो सुमित ही थार में मौजूद वो शख्स है, जो घटना के बाद थार से निकलकर भागता दिखा था. पुलिस के लिए सुमित मोदी केस की अहम कड़ी है. सुमित पुलिस के हत्थे चढ़ा तो वो पुलिस को बता सकता है कि जिस थार को किसानों पर चढ़ाने का आरोप है, उसमें मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा आशीष मिश्रा उर्फ मोनू था या नहीं. जो वीडियो वायरल हुआ था, उसमें सुमित ही थार से भागता दिख था. वो इसके बाद से फरार चल रहा है. वहीं अंकित दास रिपीटर गन और पिस्टल से फायरिंग करने की बात कबूल चुका है.

लखीमपुर में किसानों की पिटाई से तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं की मौत के मामले में शुक्रवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनकी तेरहवीं पर शोकसभा की. इस शोकसभा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा भी शामिल हुए. मंत्री अजय मिश्रा अपने ड्राइवर हरीओम और कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर भी गए थे. शुभम के पिता ने मंत्री से उनके बेटे की तहरीर पर एफआईआर दर्ज न होने पर नाराजगी जताई. वहीं एडवोकेट अवधेश सिंह ने उन्हें समझाया कि उनकी तहरीर सुमित मोदी की तहरीर से जोड़ ली जाएगी.


लखनऊ से भी बीजेपी कार्यकर्ता, विधायक और संगठन से जुड़े नेता श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे. तीनों बीजेपी कार्यकर्ताओं शुभम मिश्रा, हरिओम और श्याम निषाद की फोटो पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी. सदर विधायक योगेश वर्मा, कस्ता विधायक सौरभ सिंह सोनू, श्रीनगर विधायक मंजू त्यागी, जिलाध्यक्ष सुनील सिंह, उपाध्यक्ष विजय शुक्ला रिंकू, मनीष साहनी समेत तमाम कार्यकर्ता शामिल हुए.

तीन अक्टूबर को तिकुनिया हिंसा में मारे गए बीजेपी के तीनों कार्यकर्ता शुभम मिश्रा हरिओम मिश्रा और श्यामसुंदर निषाद की हत्या के विरोध में संयुक्त मंच 16 अक्टूबर को कैंडल मार्च निकालेगा. न्याय मंच की मांग है कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं की तरफ से भी पुलिस कार्रवाई करे. संयुक्त न्याय मंच ने कहा है कि पुलिस एक तरफा कार्रवाई कर रही है. इसलिए तीनों कार्यकर्ताओं को न्याय दिलाने को समाजसेवी संगठन और जिले के तमाम लोग शनिवार शाम 5 बजे विलोबी मेमोरियल हॉल से हीरालाल धर्मशाला तक कैंडल मार्च निकालेंगे.

लखीमपुर खीरी: यूपी पुलिस को लखीमपुर हिंसा में मारे गए चार किसानों और एक पत्रकार की मौत के मामले में सुमित मोदी की तलाश है. सुमित मोदी के अलावा पुलिस को सत्यम त्रिपाठी की भी तलाश है, जो अंकित दास की फॉर्च्यूनर गाड़ी का ड्राइवर बताया जा रहा है. सत्यम त्रिपाठी इलाहाबाद का रहने वाला है. मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री का बेटा आशीष मिश्रा अभी जेल में है.


पुलिस सुमित जायसवाल के लखीमपुर और अन्य ठिकानों पर दबिश दे रही है. पुलिस सूत्रों की मानें तो सुमित ही थार में मौजूद वो शख्स है, जो घटना के बाद थार से निकलकर भागता दिखा था. पुलिस के लिए सुमित मोदी केस की अहम कड़ी है. सुमित पुलिस के हत्थे चढ़ा तो वो पुलिस को बता सकता है कि जिस थार को किसानों पर चढ़ाने का आरोप है, उसमें मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा आशीष मिश्रा उर्फ मोनू था या नहीं. जो वीडियो वायरल हुआ था, उसमें सुमित ही थार से भागता दिख था. वो इसके बाद से फरार चल रहा है. वहीं अंकित दास रिपीटर गन और पिस्टल से फायरिंग करने की बात कबूल चुका है.

लखीमपुर में किसानों की पिटाई से तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं की मौत के मामले में शुक्रवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनकी तेरहवीं पर शोकसभा की. इस शोकसभा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा भी शामिल हुए. मंत्री अजय मिश्रा अपने ड्राइवर हरीओम और कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर भी गए थे. शुभम के पिता ने मंत्री से उनके बेटे की तहरीर पर एफआईआर दर्ज न होने पर नाराजगी जताई. वहीं एडवोकेट अवधेश सिंह ने उन्हें समझाया कि उनकी तहरीर सुमित मोदी की तहरीर से जोड़ ली जाएगी.


लखनऊ से भी बीजेपी कार्यकर्ता, विधायक और संगठन से जुड़े नेता श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे. तीनों बीजेपी कार्यकर्ताओं शुभम मिश्रा, हरिओम और श्याम निषाद की फोटो पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी. सदर विधायक योगेश वर्मा, कस्ता विधायक सौरभ सिंह सोनू, श्रीनगर विधायक मंजू त्यागी, जिलाध्यक्ष सुनील सिंह, उपाध्यक्ष विजय शुक्ला रिंकू, मनीष साहनी समेत तमाम कार्यकर्ता शामिल हुए.

तीन अक्टूबर को तिकुनिया हिंसा में मारे गए बीजेपी के तीनों कार्यकर्ता शुभम मिश्रा हरिओम मिश्रा और श्यामसुंदर निषाद की हत्या के विरोध में संयुक्त मंच 16 अक्टूबर को कैंडल मार्च निकालेगा. न्याय मंच की मांग है कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं की तरफ से भी पुलिस कार्रवाई करे. संयुक्त न्याय मंच ने कहा है कि पुलिस एक तरफा कार्रवाई कर रही है. इसलिए तीनों कार्यकर्ताओं को न्याय दिलाने को समाजसेवी संगठन और जिले के तमाम लोग शनिवार शाम 5 बजे विलोबी मेमोरियल हॉल से हीरालाल धर्मशाला तक कैंडल मार्च निकालेंगे.

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