लखनऊ : राजधानी लखनऊ में शनिवार को यूपी प्रेस क्लब में पत्रकारवार्ता का आयोजन किया गया. इस दौरान उत्तर प्रदेश शिक्षक संघ के प्रादेशिक उपाध्यक्ष और प्रवक्ता ने उत्तर प्रदेश भारत स्काउट और गाइड के प्रादेशिक चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है. शिक्षक संघ में इस मामले को लेकर चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करने की बात कही है. संघ का कहना है कि 'इस मामले को लेकर संघ के संरक्षक राज्यपाल और मुख्यमंत्री तक इसकी शिकायत की जाएगी.'
चुनाव प्रक्रिया में धांधली का आरोप : उत्तर प्रदेश शिक्षक संघ के प्रादेशिक उपाध्यक्ष और प्रवक्ता डॉ. आरपी मिश्रा ने इस पूरी चुनाव प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाया है. यूपी प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकारवार्ता में डॉ. मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि 'निर्वाचन अधिकारी आनंद सिंह रावत को सेवानिवृत्ति के बावजूद तीन वर्ष के लिए प्रादेशिक सचिव नियुक्त किया गया है. शिक्षक नेता ने आरोप लगाया कि डॉ. प्रभात कुमार ने निर्वाचन अधिकारी आनंद सिंह रावत को नौकरी से निकाल देने की धमकी देकर जबरदस्ती डॉ. महेंद्र देव का नामांकन पर्चा खारिज करवाया है.'
नामांकन पत्रों के साथ छेड़छाड़ का आरोप : डॉ. आरपी मिश्रा ने आरोप लगाया कि 'निर्वाचन अधिकारी ने बंद कमरे में नामांकन फार्म की जांच की और नामांकन पत्रों के साथ छेड़छाड़ किया. उन्होंने दावा किया के निर्वाचन अधिकारी ने नामांकन पत्रों के जांच के बाद वैध पाए जाने की लिखित सूचना 7 दिसंबर को शाम 7:15 बजे शिक्षा निदेशक महेंद्र देव के प्रतिनिधि महेंद्र सिंह को उपलब्ध कराई थी, जिसका सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध है. शिक्षक नेताओं ने आरोप लगाया कि डॉ प्रभात कुमार को दोबारा से मुख्यायुक्त बनाने के लिए चुनाव कार्यक्रम का भी ध्यान नहीं रखा गया. शिक्षक नेताओं के अनुसार नाम वापसी की तिथि 18 दिसंबर थी, जबकि निर्वाचन अधिकारी ने शुक्रवार को ही डॉ. प्रभात कुमार को निर्विरोध मुख्यायुक्त निर्वाचित घोषित कर दिया.'