लखीमपुर खीरीः बसपा प्रमुख मायावती ने सुबह ही ट्विट कर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव को लखीमपुर भेजने की जानकारी दी. वहीं राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र ने पीड़ित परिवारों के घर गए. उनसे घटना की जानकारी ली. साथ ही अब तक मंत्री पुत्र की गिरफ्तारी न होने पर नाराजगी जताई. कहा कि घटना को अंजाम देने वाले सरकार में हैं. पुलिस भी उनके हाथ में है. लिहाजा, मंत्री को बिना पद से हटाए निष्पक्ष जांच मुश्किल है.
कानूनी मदद के लिए तैयार बसपा
सतीशचन्द्र मिश्र ने कहा कि घटना को अंजाम देने वाले खुलेआम घूम रहे हैं. उनकी गिरफ्तारी नहीं की जा रही है. सुप्रीम कोर्ट पूरे मामले की निगरानी करेगा. इस दौरान पीड़ित परिवारों को कोई भी कानूनी मदद की आवश्यकता होगी. वह बसपा मुहैया कराएगी. इसके अलावा राज्य सरकार के मंत्री सिद्धार्थ नाथ के बयान की निंदा की. उन्हें परेशान प्राणी बताया. साथ ही कहा कि सरकार के मंत्री घटना पर गंभीरता दिखाएं.
इसे भी पढ़ें- Exclusive: ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में सतीश मिश्रा ने कहा, किसानों के लिए सड़क पर भी उतरेगी बसपा
सुप्रीम कोर्ट से जगी उम्मीद
बसपा मीडिया प्रवक्ता सुधींद्र भदौरिया ने कहा कि बसपा ने सबसे पहले लखीमपुर हिंसा की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में होने की मांग की थी. अब सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: घटना का संज्ञान लिया है. इससे घटना के पीड़ितों को न्याय की उम्मीद जगी है.