लखीमपुर खीरी : फिल्म अभिनेता रजा मुराद ने लोकसभा चुनाव में सियासी मंचो से चल रही 'गंदी' बात पर कहा कि वोट न अली से मिलेगा न बजरंग बली के नाम से, वोट मिलेगा तो बस अच्छे काम से. रजा मुराद ने कहा कि न किसी को पप्पू कहा जाना चाहिए न फेंकू. रजा मुराद सोमवार को लखीमपुर खीरी में गठबंधन के प्रत्याशी और अपने दोस्त अरशद सिद्दीकी के नामांकन में शामिल होने पहुंचे थे.
ईटीवी भारत से रजा मुराद की बातचीत
- सियासत में जिस तरह से अभद्र भाषा का प्रयोग हो रहा है, लोगों का चरित्र हनन हो रहा है.
- यह पॉलिटिक्स नहीं है,गन्दगी है.
- उन्होंने कहा अफसोस की बात है, यह गंदगी बढ़ती जा रही है.
- न किसी को पप्पू और न किसी को फेंकू कहा जाना चाहिए जाना.
- ऐसी बातें करने से पहले सोचना चाहिए.
- हर शख्स को हर शख्स की इज्जत करनी चाहिए और अगर ऐसा नहीं हुआ तो जमाना उसे जरूर आइना दिखा देता है.
- कभी पर्सनल नहीं होना चाहिए कोई भी बात ऐसी नहीं करनी चाहिए, जिससे दूसरे को बुरा लगे.
- मैं अगर किसी को बुरा कहूंगा तो इसका मतलब ये नहीं कि मैं अच्छा हो गया.
- अगर मैं आसमान में थूंकू तो हो सकता है थूंक हमारे खुद के ऊपर पड़ जाए.
- गालियां देने, धमकाने, धार्मिक भावनाएं भड़काने से वोट नहीं मिलता.
- वोट न मिलता है अली से, न बजरंग बली के नाम से, वोट मिलता है तो सिर्फ अच्छे काम से.
आजम खान के जयाप्रदा पर दिए गए हालिया बयान पर रजा मुराद ने महिलाओं की इज्जत करने की नसीहत दी. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो गलत है. उन्होंने कहा कि ताली दोनों तरफ से बजनी चाहिए. केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी का नाम न लेते हुए उन्होंने कहा कि पर महिलाओं को भी अपनी भाषा पर थोड़ा कंट्रोल करना चाहिए.
रजा मुराद ने कहा एक मंत्री हैं महिला मंत्री हैं. उन्होंने एक तबके से ताल्लुक रखने वालों को धमकाया है कि जो तुमने वोट नहीं दिया तो कभी मेरे पास काम लेकर मत आना. रजा मुराद ने कहा कि धमकी से कभी चुनाव नहीं जीते जाते, न कभी कोई जीत पाया है. मतदाता अपना अंगूठा वोट के लिए लगा भी सकता है और दिखा भी सकता है, वोट हमेशा मोहब्बत से ही मिलते हैं.