लखीमपुर खीरीः ड्रिप इरिगेशन अब तराई के किसानों की भी किस्मत बदल रही है. अभी तक महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे प्रदेशों में ड्रिप इरिगेशन के फायदे किसानों को देखने में मिल रहे थे. अब यूपी के तराई इलाके में भी ड्रिप इरिगेशन का कमाल गन्ने के खेतों में दिखने लगा है. डिप इरिगेशन से गन्ना लगाकर लखीमपुर खीरी जिले की राजेंद्री देवी ने यूपी में गन्ना उत्पादन में दूसरा स्थान जीता है.
यह जानकारी देते हुए गन्ना आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने बताया कि गन्ना प्रतियोगिता का रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया गया है. 2020-21 में 126 किसानों ने आवेदन किया था. जिसमें राजेंद्री देवी को दूसरा स्थान मिला है. वहीं बिजनौर जिले के बरकतपुर के किसान सुभाष चंद्र को पहला स्थान. जिले के गुलरिया सर्किल के किसान अचल मिश्रा को तीसरा स्थान इस प्रतियोगिता में मिला है.
बिचुआ की रहने वाली राजेंद्र देवी के नाम करीब 2:40 हेक्टेयर जमीन है. वह अपनी जमीन पर अपने बेटों के साथ हर साल ही गन्ना लगाती थीं पर इस बार यूपी सरकार और गन्ना विभाग ने खेतों में ड्रिप इरिगेशन से सिंचाई की नई तकनीक मुहैया कराई. राजेंद्र देवी को भी गन्ना विभाग की इस योजना का पता लगा.
राजेंद्री देवी ने अपने खेत में गुलरिया सोसाइटी से मिलकर ड्रिप इरिगेशन लगवाया और खेत में जीरो 118 और जीरो 238 अर्ली प्रजाति का गन्ना बोया. ड्रिप इरिगेशन का कमाल यह हुआ की फसल काफी अच्छी हुई और पानी भी काफी कम खर्च हुआ. राजेंद्री देवी कहती हैं कि खेतों में ड्रिप इरिगेशन ने कमाल ही कर दिया. ड्रिप इरिगेशन से पानी की 80 परसेंट से ज्यादा बचत है.
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गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी के जारी बयान में उन्होंने कहा कि ड्रिप इरिगेशन गन्ना विभाग किसानों को मुहैया करा रहा है. जो काफी फायदेमंद है. यूपी में भी पानी की कमी लगातार हो रही है. भू-जल स्तर काफी गिर रहा है. इससे फसलों पर भी प्रभाव पड़ रहा है. सिंचाई ठीक से हो नहीं पाती और पानी भी खुले रूप में लगाने से ज्यादा लगता है. इसलिए गन्ना विभाग ने अब यूपी के किसानों को ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से इजरायल के आधार पर सिंचाई पद्धति मुहैया कराई है. जिन किसानों को ड्रिप इरिगेशन की सुविधा चाहिए वह गन्ना विभाग से संपर्क भी कर सकते हैं.
बिजुआ गांव की रहने वाली राजेन्द्री देवी ने ये मुकाम अकेले ही नहीं हासिल किया. उनके बेटे भी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनका साथ देते हैं. राजेंद्री देवी के बेटे वीरेंद्र शुक्ला ने बताया की अम्मा के मार्गदर्शन में हम लोगों ने ड्रिप लगाया था और उसका रिजल्ट बहुत बढ़िया रहा. यही वजह है कि इस बार हमें दूसरा स्थान मिला है.
गन्ना एवं चीनी आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने जारी बयान में बताया कि वर्ष 2020-21 की राज्य गन्ना प्रतियोगिता के लिए अनुमन्य सभी संवर्ग जैसे पेड़ी, पौधा, शीघ्र पेड़ी, शीघ्र पौधा एवं ड्रिप इरिगेशन आदि के संबंध में प्रदेश में प्राप्त कुल 126 आवेदन में से प्रथम द्वितीय तथा तृतीय स्थान की घोषणा की गई है. जिसमें बिजनौर के सुभाष चंद्र को 2634 क्विंटल के साथ प्रथम तथा लखीमपुर खीरी की राजेंद्री देवी को 2473 क्विंटल के साथ द्वितीय एवं लखीमपुर के ही अचल कुमार मिश्र को 2368 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की उपज के साथ तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है. जिनको क्रमशः पुरस्कार स्वरूप 15000, 10,000 तथा 7500 रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा. यह प्रतियोगिता किसानों को ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से सिंचाई को बढ़ावा देने एवं स्वस्थ प्रतिस्पर्धा तथा गन्ने की खेती के प्रति किसानों में रुचि पैदा करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष आयोजित की जाती है.
सीएम योगी भी कर चुके हैं सम्मानित
आपको बता दें कि राजेंद्री देवी को सीएम योगी आदित्यनाथ भी सम्मानित कर चुके हैं. वर्ष 2020-21 में राष्ट्रीय कृषि विकास योजनांतर्गत राज्य स्तरीय उत्पादकता पुरस्कार के लिए राजेंद्री देवी को प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था. जिसमें उनको 50 हजार का नगद पुरस्कार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया था. इससे पहले भी उन्हें जनपद की गुलरिया चीनी मिल के अंतर्गत पेडी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था. जिसमें 21 हजार का नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया था.