लखीमपुर खीरी: इंडो नेपाल बॉर्डर से सटे यूपी के लखीमपुर खीरी में नेपाली नदियों से आए पानी के सैलाब से बाढ़ आ गई है. इसके चलते तिकुनिया इलाके के एक दर्जन से अधिक गांव में मोहाना नदी के उफान से बाढ़ आ गई है, जिससे लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बहराइच मैलानी रेल प्रखंड पर ट्रैक की मिट्टी कट गई है. रेल यातायात बंद है. सब जगह फसलें डूबी है. घर गिर गए हैं. सड़क कट गई है जबकि नेपाल आने जाने के सभी रास्ते बंद हैं. इलाके की बिजली भी काट दी गई है. मोहाना नदी पर बनाया गया बांध भी कट गया है. दूसरी ओर लगातार प्रशासन द्वारा राहत बचाव का कार्यों किया जा रहा है.
ग्रामीणों का कहना है कि बॉर्डर पर मोहाना नदी में नेपाल से आए पानी ने भयंकर तबाही मचाई है. बीते दिनों में पहाड़ों पर 48 घंटे हुई लगातार बारिश के चलते नेपाल के कई गांव पानी से घिरे, उन्हीं गांवों का पानी मोहाना में आया, जिससे बॉर्डर के गांव में तबाही मच गई है. ग्राम नयापिंड, चौगुर्जी, जनकपुर, बाबा पुरवा टांडा में मोहाना नदी का पानी शनिवार की शाम को ही भर गया था. इसके बाद रामनगर, मुझहा, इंद्रनगर, गंगानगर में करीब 5 फीट पानी लोगों के घरों में घुसा जो अब धीरे धीरे निकल रहा है.
ग्रामीणों ने कहा कि धान और सब्जियों की खेती पूरी तरीके से तबाह हो गई है. कई जगह 9 दिन में कटान भी शुरू कर दिया है. इसके अलावा सब्जियों की खेती पूरी तरीके से तबाह हो गई है. वहीं गन्ने की फसल को भी इलाके में भारी नुकसान हुआ है. तेज आंधी पानी के बाद आई बाढ़ और किसानों पर भारी पड़ रही है.
मोहाना नदी की बाढ़ में इतना अधिक पानी आया कि पानी रेलवे लाइन के ऊपर से निकलने लगा. कई घंटे निकलने के बाद पानी कम होने पर रेलवे ट्रैक कटा हुआ देखा गया, जिसकी सूचना ग्रामीणों ने एसडीएम को दी. ट्रैक कटने से बहराइच मैलानी जाने वाली रेल को रोक दिया गया है. ट्रैक दुरुस्त करने का काम जारी है. बॉर्डर इलाके को बाढ़ से बचाने के लिए सरकार के प्रयास से सिंचाई विभाग और बाढ़ खंड द्वारा मोहाना नदी पर बनाया गया बांध कई जगह से कट गया है, जिससे गावो को काफी नुकसान हुआ है.