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लखीमपुर खीरी: मंडी में सचिव ने किसान से की थी मारपीट, मऊ हुआ तबादला

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Published : Apr 25, 2020, 8:51 PM IST

यूपी के लखीमपुर खीरी की पलिया मंडी में 20 अप्रैल को एक किसान के साथ मंडी सचिव की कुछ कहासुनी हो गई थी. आरोप है कि सचिव ने गार्डों से बन्द कराकर किसान को पिटवाया था. इस मामले में डीएम ने मंडी निदेशक को पत्र भेजकर सचिव पर कार्रवाई का पत्र लिखा था. मंडी निदेशक ने सचिव को मऊ मंडी ट्रांसफर कर दिया है.

पलिया मंडी के सचिव का हुआ तबादला.
पलिया मंडी के सचिव का हुआ तबादला.

लखीमपुर खीरी: पलिया मंडी समिति में तैनात मंडी सचिव धर्मेंद्र सिंह पर कार्रवाई आखिरकार हो ही गई. डीएम की संस्तुति पर मंडी निदेशक ने धर्मेंद्र सिंह को पलिया मंडी से हटाकर आजमगढ़ जिले की मऊ मंडी में भेज दिया है. धर्मेंद्र सिंह पर किसानों से मारपीट और अभद्रता करने का आरोप था. इसके विरोध में मंडी के सभी आढ़ती हड़ताल पर थे. राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद के निदेशक जितेंद्र प्रताप सिंह ने सचिव पर ट्रांसफर की गाज गिरा दी है.

20 अप्रैल को पीलीभीत जिले के धनाराघाट के किसान मोहम्मद यामीन के साथ मंडी पलिया में सचिव की कुछ कहासुनी हुई. आरोप है कि सचिव धर्मेंद्र सिंह ने गार्डों से बन्द कराकर किसान को पिटवाया. इसकी शिकायत करने जब मंडी के आढ़ती गए तो सचिव ने आढ़तियों से भी बदसलूकी की. इस पर सभी आढ़ती हड़ताल पर चले गए. इनके समर्थन में गेहूं खरीद रहे आढ़ती भी उतर आए और गेहूं खरीद भी बंद कर दी.

पलिया विधायक रोमी साहनी से भी आढ़तियों ने मदद की गुहार लगाई. इस पर विधायक ने भी डीएम से सचिव को हटवाने को कहा. डीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह खुद मंडी गए. किसानों और आढ़तियों से बात की तो सचिव की तमाम शिकायतें मिलीं. इस पर डीएम ने मंडी निदेशक को सचिव पर कार्रवाई के लिए पत्र लिखा. मंडी निदेशक जीतेन्द्र प्रताप सिंह ने सचिव धर्मेंद्र सिंह को आजमगढ़ के मऊ मंडी ट्रांसफर कर दिया है.

इसे भी पढ़ें-लखीमपुर खीरी: लॉकडाउन में बन रही थी कच्ची शराब, अचानक लगी आग आधा दर्जन जले घर

निदेशक ने बताया कि मंडी समिति सचिव के तीन साल के कार्यकाल में आढ़तियों किसानों से आचरण ठीक नहीं रहने की पुष्टि डीएम के पत्र में हुई है. डीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि सचिव को हटा दिया गया है. अब आढ़ती सब्जी की खरीद बिक्री शुरू करेंगे.

लखीमपुर खीरी: पलिया मंडी समिति में तैनात मंडी सचिव धर्मेंद्र सिंह पर कार्रवाई आखिरकार हो ही गई. डीएम की संस्तुति पर मंडी निदेशक ने धर्मेंद्र सिंह को पलिया मंडी से हटाकर आजमगढ़ जिले की मऊ मंडी में भेज दिया है. धर्मेंद्र सिंह पर किसानों से मारपीट और अभद्रता करने का आरोप था. इसके विरोध में मंडी के सभी आढ़ती हड़ताल पर थे. राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद के निदेशक जितेंद्र प्रताप सिंह ने सचिव पर ट्रांसफर की गाज गिरा दी है.

20 अप्रैल को पीलीभीत जिले के धनाराघाट के किसान मोहम्मद यामीन के साथ मंडी पलिया में सचिव की कुछ कहासुनी हुई. आरोप है कि सचिव धर्मेंद्र सिंह ने गार्डों से बन्द कराकर किसान को पिटवाया. इसकी शिकायत करने जब मंडी के आढ़ती गए तो सचिव ने आढ़तियों से भी बदसलूकी की. इस पर सभी आढ़ती हड़ताल पर चले गए. इनके समर्थन में गेहूं खरीद रहे आढ़ती भी उतर आए और गेहूं खरीद भी बंद कर दी.

पलिया विधायक रोमी साहनी से भी आढ़तियों ने मदद की गुहार लगाई. इस पर विधायक ने भी डीएम से सचिव को हटवाने को कहा. डीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह खुद मंडी गए. किसानों और आढ़तियों से बात की तो सचिव की तमाम शिकायतें मिलीं. इस पर डीएम ने मंडी निदेशक को सचिव पर कार्रवाई के लिए पत्र लिखा. मंडी निदेशक जीतेन्द्र प्रताप सिंह ने सचिव धर्मेंद्र सिंह को आजमगढ़ के मऊ मंडी ट्रांसफर कर दिया है.

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निदेशक ने बताया कि मंडी समिति सचिव के तीन साल के कार्यकाल में आढ़तियों किसानों से आचरण ठीक नहीं रहने की पुष्टि डीएम के पत्र में हुई है. डीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि सचिव को हटा दिया गया है. अब आढ़ती सब्जी की खरीद बिक्री शुरू करेंगे.

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