लखीमपुर: लखीमपुर हिंसा मामले (Lakhimpur Kheri) में पुलिस ने आशीष पांडेय और लवकुश नाम के दो व्यक्तियों को लंबी पूछताछ के बाद संदिग्ध पाए जाने पर गिरफ्तार कर लिया है. यह दोनों लोग काफिले में शामिल थार गाड़ी में मौजूद थे. शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं. आईजी लक्ष्मी सिंह ने कहा कि मुख्य आरोपी केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे (आशीष मिश्रा) को भी समन भेजा गया है. अगर, आरोपी जांच में सहयोग नहीं करेगा तो हम कोर्ट जाएंगे.
आईजी लखनऊ लक्ष्मी सिंह ने बताया कि 2 लोगों को हिरासत में लिया गया था. इनसे पूछताछ हुई है और लोगों के नाम प्रकाश में आए हैं, जिसमें 3 की मौत हो चुकी है. तीन अन्य लोग हैं, जिनको नोटिस भेजी जा रही है. आपको बता दें कि थार गाड़ी से भागते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कुर्ता पहने एक शख्स कार से उतर कर भाग रहा था. इस शख्स का नाम सुमित जायसवाल मोदी है. आईजी ने कहा कि सुमित जायसवाल मोदी के अलावा दो अन्य लोग भी हैं. जिनको 'समन' जारी किया गया है. इन सभी से पूछताछ की जाएगी. इनका नाम हिरासत में लिए गए दोनों लोगों ने बताया है. हिरासत में लिए गए आशीष पांडेय और लवकुश को पूछताछ में सही जवाब न दे पाने की स्थिति में गिरफ्तार कर लिया गया. आईजी ने बताया कि सुमित जायसवाल से भी पूछताछ की जाएगी.
लखनऊ की आईजी लक्ष्मी ने बयान दिया है कि वे जल्द आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लेंगी. आईजी लक्ष्मी सिंह ने कहा कि मुख्य आरोपी (आशीष मिश्रा) को भी हम आज समन भेजा है. हम उनका बयान दर्ज करेंगे. उसके आधार पर आगे सबूत इकट्ठे कर रहे हैं. हमने 2 लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया था. उनके बयानों के आधार पर 6 अन्य जिनमें 3 (जिनकी घटना के बाद अपरिहार्य कारणों से मौत हो चुकी है) अकाउंट फॉर किए गए हैं. उनका घटना के दिन क्या रोल था इसके बारे में जानकारियां ली जा रही हैं. आशीष पांडेय और लवकुश से पूछताछ के बाद बहुत सारे सबूत मिले हैं. बहुत जल्द आगे की कार्रवाई की जाएगी. हमें घटना से संबंधित कुछ जरूरी क्लू मिले हैं. घटना कैसे हुई क्या हुआ इन सब पहलुओं पर विस्तार से पूछताछ की गई है. मुख्य आरोपी मंत्री पुत्र के बारे में आईजी ने कहा कानून सबके लिए बराबर है. हम मुख्य आरोपी की भी तलाश कर रहे हैं. अगर, आरोपी जांच में सहयोग नहीं करेगा तो हम कोर्ट जाएंगे.
आईजी ने कहा कि जिले में इंटरनेट सेवा तब तक बहाल नहीं की जा सकती जब तक कानून व्यवस्था की स्थिति खराब होने की संभावनाएं हैं. जब स्थितियां समान हो जाएंगी तो इंटरनेट सेवाएं भी बहाल कर दी जाएंगी. इंटरनेट चलने से तमाम तरीके की अफवाहें फैलने का खतरा है, जिसकी वजह से अभी इंटरनेट हम नहीं शुरू होने देना चाहते. हमें उम्मीद है जल्द सब ठीक होगा.
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गौरतलब है कि रविवार को किसान महाराजा अग्रसेन इंटर कॉलेज के खेल मैदान में केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के लिए एकत्र हुए थे. उन्होंने केंद्रीय मंत्री और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को काले झंडे दिखाने की योजना बनाई थी, जो एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वहां गए थे.
उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज की गई एक एफआईआर में यह लिखा गया है कि 3 अक्टूबर को हुई हिंसा, जिसमें किसानों समेत 8 लोगों की मृत्यु हो गयी थी, वह पूरी तरह एक पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा थी, जिसे अजय मिश्रा एवं आशीष मिश्रा द्वारा अंजाम दिया गया था. तिकुनिया पुलिस थाने में इन्स्पेक्टर जगजीत द्वारा दर्ज की गई इस एफआईआर में स्पष्ट है कि आशीष 15-20 हथियारबंद लोगों के साथ तीन गाड़ियों के काफिले में वहां मौजूद थे.