लखीमपुर खीरी: पुलिस और आबकारी विभाग के संरक्षण में गोला इलाके में कच्ची शराब धड़ल्ले से बन और बिक रही है. गोला में कच्ची का कारोबार उद्योग बन चुका है. हालात इतने खराब हो चुके हैं कि गोला विधायक अरविंद गिरी ने मुख्यमंत्री और आबकारी मंत्री को पत्र लिखकर आबकारी विभाग के अधिकारियों की शिकायत की है.
जाने पूरा मामला
विधायक ने अपने पत्र में लिखा है कि गोला इलाके में कच्ची शराब आबकारी और पुलिस के संरक्षण में बन और बिक रही है. सरकारी ठेकों पर भी मिलावटी और दूसरे प्रांतों की शराब बेची जा रही है. मामले की जानकारी होने के बाद भी अधिकारी आरोपियों को नहीं पकड़ते. उन्होंने मांग की है कि जांच कराकर ऐसे अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए. गोला विधायक अरविंद गिरी ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में किसी भी दशा में मिलावटी और कच्ची शराब नहीं बिकेगी. अधिकारियों ने जल्द ही इस पर शिकंजा नहीं कसा तो वह आबकारी विभाग के अधिकारियों के खिलाफ धरने पर बैठेंगे. विधायक ने बताया कि उनके क्षेत्र में शराब की वजह से कई मौतें हो चुकी हैं. मामले की जानकारी मुख्यमंत्री और आबकारी मंत्री को दी है.
गोला में ही क्यों होती है मौतें
गोला विधायक अरविंद गिरी ने कच्ची व मिलावटी शराब के खिलाफ आवाज उठाई है. इसके बाद यह सवाल उठता है कि आखिर गोला इलाके में ही जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत क्यों होती है. पिछले 2 सालों में जिले में दो घटनाएं ऐसी हुई हैं, जिनमें जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हुई है. मौत की यह दोनों घटनाएं गोला इलाके में हुई है. पहली घटना हैदराबाद थाना क्षेत्र में हुई थी. जबकि दूसरी घटना मैलानी थाना क्षेत्र में हुई थी. इन दोनों घटनाओं में करीब 8 ग्रामीणों की मौत हुई थी. इन दोनों घटनाओं से पूरे जिल हिल गया था.
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आबकरी विभाग नहीं चाहता बंद हो कारोबार
आबकारी विभाग नहीं चाहता कि जिले में मिलावटी व कच्ची का कारोबार बंद हो. विभाग अगर चाहता तो अब तक इस कारोबार पर पूरी तरीके से अंकुश लग चुका होता. मिलावटी और कच्ची शराब के कारोबार से आबकारी विभाग के अफसरों की मोटी कमाई होती है तभी यह धंधा फल फूल रहा है. हालात अब इतने खराब हो गए हैं कि खुलेआम भठ्ठियां धधकती हैं.