लखीमपुर खीरी: तमिलनाडु के मदुरै स्टेशन के यार्ड में खड़े रेल कोच में शनिवार सुबह आग लग गई. जिसमें शहर के हाथीपुर उत्तरी मोहल्ला निवासी शांति देवी (70) की मौत हो गई है. शांति देवी अपने रिटायर्ड टीचर पति मनोहर लाल और नाती हर्ष के साथ रामेश्वरम दर्शन करने के लिए गई थी. लेकिन, हादसे में शांति की जान चली गई. वहीं, आग से राम मनोहर वर्मा और पोते हर्ष वर्मा के झुलसने की सूचना है. जिनका इलाज तमिलनाडु के एक अस्पताल में किया जा रहा है. गौरतलब है, तीनों 17 अगस्त को तमिलनाडु के रामेश्वरम धाम जाने के लिए लखनऊ से ट्रेन में सवार हुए थे. शांति देवी की मौत की खबर से परिवार में मातम पसर गया है.
शारदानगर पुलिस सीमा के अंतर्गत कोठिया गांव में निवासी शांति देवी के बेटे नीरज वर्मा ने बताया शनिवार दोपहर तक लोगों को केवल हादसे की खबर थी, पर किसी अपने के मरने की कोई सूचना नहीं मिली थी. इस दौरान परिजन ईश्वर से सबके ठीन होने की कामना कर रहे थे. लेकिन, दोपहर बाद जब पिता मनोहर लाल से बात हुई तो उम्मीद की डोर टूट गई और ये मनहूस खबर पता चली. नीरज वर्मा ने बताया कि उनके पास तहसीलदार का फोन आया था कि रविवार को उनकी माता जी का शव लखनऊ के चारवाग रेलवे स्टेशन पर लाया जाएगा. इसीलिए, वह कल लखनऊ जाएंगे.
वहीं, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट संजय कुमार सिंह ने कहा कि लखीमपुर खीरी जिले से अबतक केवल शांति देवी की मौत होने की सूचना मिली है. जबकि अन्य सुरक्षित बताए जा रहे हैं. वहीं, डीएम लखीमपुर खीरी ने बताया कि दोपहर तक उनके पास आधिकारिक रूप से हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं आई थी. लेकिन, बाद में एक रिटायर्ड टीचर की पत्नी के देहांत की खबर है. वहीं, स्थानीय बुकिंग सेंटर से जिले के 16 लोगों ने लखनऊ से रामेश्वरम तक अपनी धार्मिक यात्रा के लिए बुकिंग कराई थी. जो 17 अगस्त से शुरू हुई थी और यात्रा से वापसी 29 अगस्त को निर्धारित थी. जिसमें शहर के हाथीपुर मोहल्ले के 6, काशीनगर मोहल्ले के 4, आवास विकास कॉलोनी मोहल्ले के दो, पलिया तहसील के भीरा कस्बे के दो और मोहम्मदी तहसील के मकसूदपुर के दो यात्री शामिल हैं.