लखीमपुर खीरी: बीते पांच सितंबर को जिले में ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र कुमार ने खुदकुशी कर ली थी. मामले में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से नाराज ग्राम विकास अधिकारी संघ ने अगले ही दिन से आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया. कई कर्मचारी संगठन एक मंच पर आकर पुलिस प्रशासन से फरार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे.
लखीमपुर खीरी: VDO खुदकुशी मामले में पुलिस लेगी STF का सहारा, आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम - भाकियू लोकतांत्रिक प्रदेश अध्यक्ष त्रिवेंद्र कुमार
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र कुमार की खुदकुशी के मामले में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी में नाकाम खीरी पुलिस एसटीएफ का सहारा लेगी. पुलिस ने आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम भी घोषित किया है.
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कर्मचारियों ने की आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग.
लखीमपुर खीरी: बीते पांच सितंबर को जिले में ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र कुमार ने खुदकुशी कर ली थी. मामले में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से नाराज ग्राम विकास अधिकारी संघ ने अगले ही दिन से आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया. कई कर्मचारी संगठन एक मंच पर आकर पुलिस प्रशासन से फरार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे.
VDO खुदकुशी मामले में खीरी पुलिस लेगी एसटीएफ का सहारा.
VDO खुदकुशी मामले में खीरी पुलिस लेगी एसटीएफ का सहारा.
Intro:लखीमपुर- लखीमपुर खीरी जिले में ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र कुमार की खुदकुशी के मामले में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी में नाकाम खीरी पुलिस एसटीएफ का सहारा लेगी फ्री पुलिस ने आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम भी घोषित किया है। त्रिवेंद्र के हत्यारोपियों की गिरफ्तारी ना होने से नाराज कर्मचारियों को मनाने सोमवार को धरना स्थल पर डीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह और एसपी पूनम खुद पहुँची। कर्मचारियों को दोनों अफसरों ने जल्द गिरफ्तारी का आस्वासन दिया। पूरे मामले में पुलिसिया कार्यवाई से कर्मचारी संगठनों को अवगत भी कराया। कहा हम एसटीएफ से भी सम्पर्क साध रहे। उधर कर्मचारियों ने डीएम एसपी के आस्वासन के बाद धरना खत्म कर दिया है। कार्य बहिष्कार वापस ले लिया है। पर प्रदेश नेतृत्व से आए प्रदेश मंत्री ने चेताया की अगले सोमवार तक गिरफ्तारी न हुई तो पूरे यूपी के ग्राम विकास अधिकारी काम नहीं करेंगे।
Body:पाँच सितंबर को ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र ने की थी खुदकुशी
ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र कुमार ने पाँच सितंबर को अपने घर में ही फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। उनका एक सुसाइड नोट मिला था। इसके बाद एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें भारतीय किसान यूनियन लोकतांत्रिक के प्रदेश अध्यक्ष और नेता त्रिवेंद्र कुमार को जातिसूचक शब्द समेत तमाम तरीके से जलील करते हुए साफ दिखाई पड़ रहे थे। इस वीडियो के सामने आते ही कर्मचारियों में गुस्सा बढ़ गया। वायरल वीडियो को लेकर पूरे जिले के कर्मचारियों में आक्रोश फैल गया था। ग्राम विकास अधिकारी संघ ने अगले ही दिन से आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया। पुलिस ने पाँच आरोपियों को गिरफ्तार तो कर लिया पर चार मुख्य आरोपी आज तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सके। इससे नाराज कर्मचारियों ने विकास भवन में तंबू लगा दिया और धरना देना शुरू कर दिया। ग्राम विकास अधिकारी संगठन को राज्य कर्मचारी संघ,राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद समेत तमाम विभागों के संगठनों ने अपना समर्थन दिया। कर्मचारी संगठन एक मंच पर आकर पुलिस प्रशासन से चारों फरार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
Conclusion:हफ्ते भर में चरमरा गई जिले की प्रशासनिक व्यवस्था
ग्राम विकास अधिकारी संगठन,सफाई कर्मचारी यूनियन समेत तमाम संगठनों के कार्य बहिष्कार के चलते जिले भर की व्यवस्थाए चरमरा गईं। गौशाला में गायों को न पानी मिला ना ही चारा। ग्राम विकास अधिकारियों की हड़ताल के चलते लोग परिवार रजिस्टर के काफी समेत तमाम कामों को लेकर दर-दर भटकते रहे। आम जनता भी काम कराने के लिए परेशान होने लगी। गांव से लेकर स्कूलों और अस्पतालों में सफाई कर्मचारियों ने झाड़ू नहीं लगाया, ना ही साफ-सफाई की। जिससे गंदगी का अंबार होने लगा।
डीएम को आना पड़ा आगे
कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार को देखते हुए डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह को आगे आना पड़ा। सोमवार को एसपी पूनम के साथ वह खुद विकास भवन पहुँच गए। डीएम और एसपी पूनम सीधे धरना स्थल पर पहुंचे कर्मचारियों के साथ खड़े हुए दोनों ने ही मंच से कर्मचारियों को आश्वस्त किया। एसपी पूनम ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए घोषित इनाम 25000 से भी बढ़ाया जाना है। साथ ही एसटीएफ का सहारा भी पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए ले रही है। डीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि हम सभी लोग लोकतांत्रिक व्यवस्था में रहते हैं। ऐसे में कर्मचारियों के साथ हम दोनों ही लोग कंधे से कंधा मिलाकर साथ खड़े हैं। डीएम ने कार्य बहिष्कार कर रहे कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि पुलिस जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करेगी और परिजनों को आर्थिक सहायता सभी कर्मचारी और हम लोग मिलकर अपनी तनख्वाह से देंगे। डीएम ने सभी कर्मचारियों से कार्य बहिष्कार समाप्त करने की अपील की इसके बाद कर्मचारियों ने भी हाथ उठाकर डीएम को कार्य बहिष्कार समाप्त करने के लिए आश्वस्त किया।
बाइट-शैलेन्द्र कुमार सिंह डीएम खीरी
बाइट-पूनम एसपी खीरी
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प्रशान्त कुमार पाण्डेय
9984152598
Body:पाँच सितंबर को ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र ने की थी खुदकुशी
ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र कुमार ने पाँच सितंबर को अपने घर में ही फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। उनका एक सुसाइड नोट मिला था। इसके बाद एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें भारतीय किसान यूनियन लोकतांत्रिक के प्रदेश अध्यक्ष और नेता त्रिवेंद्र कुमार को जातिसूचक शब्द समेत तमाम तरीके से जलील करते हुए साफ दिखाई पड़ रहे थे। इस वीडियो के सामने आते ही कर्मचारियों में गुस्सा बढ़ गया। वायरल वीडियो को लेकर पूरे जिले के कर्मचारियों में आक्रोश फैल गया था। ग्राम विकास अधिकारी संघ ने अगले ही दिन से आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया। पुलिस ने पाँच आरोपियों को गिरफ्तार तो कर लिया पर चार मुख्य आरोपी आज तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सके। इससे नाराज कर्मचारियों ने विकास भवन में तंबू लगा दिया और धरना देना शुरू कर दिया। ग्राम विकास अधिकारी संगठन को राज्य कर्मचारी संघ,राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद समेत तमाम विभागों के संगठनों ने अपना समर्थन दिया। कर्मचारी संगठन एक मंच पर आकर पुलिस प्रशासन से चारों फरार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
Conclusion:हफ्ते भर में चरमरा गई जिले की प्रशासनिक व्यवस्था
ग्राम विकास अधिकारी संगठन,सफाई कर्मचारी यूनियन समेत तमाम संगठनों के कार्य बहिष्कार के चलते जिले भर की व्यवस्थाए चरमरा गईं। गौशाला में गायों को न पानी मिला ना ही चारा। ग्राम विकास अधिकारियों की हड़ताल के चलते लोग परिवार रजिस्टर के काफी समेत तमाम कामों को लेकर दर-दर भटकते रहे। आम जनता भी काम कराने के लिए परेशान होने लगी। गांव से लेकर स्कूलों और अस्पतालों में सफाई कर्मचारियों ने झाड़ू नहीं लगाया, ना ही साफ-सफाई की। जिससे गंदगी का अंबार होने लगा।
डीएम को आना पड़ा आगे
कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार को देखते हुए डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह को आगे आना पड़ा। सोमवार को एसपी पूनम के साथ वह खुद विकास भवन पहुँच गए। डीएम और एसपी पूनम सीधे धरना स्थल पर पहुंचे कर्मचारियों के साथ खड़े हुए दोनों ने ही मंच से कर्मचारियों को आश्वस्त किया। एसपी पूनम ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए घोषित इनाम 25000 से भी बढ़ाया जाना है। साथ ही एसटीएफ का सहारा भी पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए ले रही है। डीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि हम सभी लोग लोकतांत्रिक व्यवस्था में रहते हैं। ऐसे में कर्मचारियों के साथ हम दोनों ही लोग कंधे से कंधा मिलाकर साथ खड़े हैं। डीएम ने कार्य बहिष्कार कर रहे कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि पुलिस जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करेगी और परिजनों को आर्थिक सहायता सभी कर्मचारी और हम लोग मिलकर अपनी तनख्वाह से देंगे। डीएम ने सभी कर्मचारियों से कार्य बहिष्कार समाप्त करने की अपील की इसके बाद कर्मचारियों ने भी हाथ उठाकर डीएम को कार्य बहिष्कार समाप्त करने के लिए आश्वस्त किया।
बाइट-शैलेन्द्र कुमार सिंह डीएम खीरी
बाइट-पूनम एसपी खीरी
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प्रशान्त कुमार पाण्डेय
9984152598