यूपी के लखीमपुर खीरी में रविवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का विरोध करने आए किसानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं की गाड़ी चढ़ने से कई किसान घायल हो गए. इसके बाद जमकर बवाल हुआ. उग्र किसानों ने भी भाजपा कार्यकर्ताओं की गाड़ियों में आग लगा दी. एडिशनल एसपी अरुण कुमार सिंह ने 8 लोगों की मौत की पुष्टी की है. लखीमपुर खीरी (lakhimpur kheri violence) में हुई हिंसा के बाद सियासी हलचल तेज हो चुकी है. जगह-जगह पर प्रदर्शन भी हो रहे हैं. वहीं योगी सरकार ने मृतकों और घायलों को आर्थिक मदद करने की घोषणा की है.
लखीमपुर खीरी में किसानों और सरकार के बीच समझौता हुआ. इसमें सरकार सभी मृतक किसानों को 45-45 लाख रुपये देगी. वहीं घायलों को 10-10 लाख रुपये मिलेंगे. मामले की न्यायिक जांच होगी. इसके अलावा परिवार के 1 सदस्य को सरकारी नौकरी मिलेगी. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार किसान नेताओं और किसान परिवारों के साथ बातचीत में शामिल थे.
उन्होंने ट्वीट कर बताया कि लखीमपुर खीरी में मारे गए 4 किसानों के परिवारों को सरकार 45 लाख रुपये और एक सरकारी नौकरी देगी. घायलों को 10 लाख रुपये दिए जाएंगे. किसानों की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज मामले की जांच करेंगे.
उन्होंने कहा कि सीआरपीसी की धारा 144 लागू होने के कारण राजनीतिक दलों के नेताओं को जिले का दौरा नहीं करने दिया गया है. हालांकि, किसान संघों के सदस्यों को यहां आने की अनुमति है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में आरएएफ और एसएसबी की दो-दो कंपनियों की तैनाती 6 अक्टूबर तक रहेगी. कोई भी दोषी व्यक्ति बख्शा नहीं जाएगा, बहुत जल्द गिरफ्तारी की जाएगी. तहरीर पर समुचित धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई हैं.
हिरासत में अखिलेश यादव
पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव लखीमपुर खीरी जाने से पहले हिरासत में लिए गए. इस दौरान उन्होंने कहा कि इतना जुल्म अंग्रेजों ने भी नहीं किया, जितना BJP की सरकार किसानों पर कर रही है. गृह राज्य मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए और उपमुख्यमंत्री जिनका कार्यक्रम था, उन्हें भी इस्तीफा देना चाहिए. जिन किसानों की जान गई है, उन्हें 2 करोड़ रुपये की मदद हो. परिवार की सरकारी नौकरी हो. आपको बता दें कि अखिलेश को हिरासत में लेने के बाद पूरे प्रदेश में प्रदर्शन शुरू हो गया है.
पुलिस जीप फूंकी
पुलिस की माने तो राजधानी लखनऊ में सपा के विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने गौतम पल्ली थाने के ठीक सामने पुलिस जीप को आग के हवाले कर दिया गया. पुलिस की जीप धूं-धूं करके काफी देर तक जलती रही. काफी प्रयास के बाद आग पर काबू पाया जा सका.
केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज
लखीमपुर में हिंसक झड़प के दौरान किसानों की मौत को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश सहित कई धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. लखीमपुर के तिकुनिया थाने में उनके खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश, दुर्घटना और बलवा की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है. यह एफआईआर बहराइच नानपारा के जगजीत सिंह की तहरीर पर दर्ज की गई है.
इस बीच केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा ने सफाई दी है कि किसानों के बीच छुपे हुए कुछ उपद्रवी तत्वों ने उनकी (भाजपा कार्यकर्ताओं) गाड़ियों पर पथराव किया, लाठी-डंडे से वार करने शुरू किए. फिर उन्हें खींचकर लाठी-डंडों और तलवारों से मारा पीटा गया. इसके वीडियो भी हमारे पास हैं. उन्होंने गाड़ियों को सड़क से नीचे खाई में धक्का दिया. उन्होंने गाड़ियों में आग लगाई, तोड़फोड़ की. मेरा बेटा कार्यक्रम खत्म होने तक वहीं (कार्यक्रम स्थल) था, उन्होंने जिस तरह से घटनाएं की हैं अगर मेरा बेटा वहां होता, तो उसकी भी पीटकर हत्या कर दी जाती.
नवजोत सिंह सिद्धू ने किया प्रदर्शन
पंजाब में कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के नेतृत्व में पंजाब कांग्रेस ने चंडीगढ़ में लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
एक्शन की मांग
संयुक्त किसान मोर्चा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर मंत्री और बेटे के खिलाफ एक्शन की मांग की है.
शिवपाल सिंह भी हिरासत में लिए गए
लखीमपुर खीरी जा रहे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को पुलिस ने लखनऊ में हिरासत में ले लिया है. शिवपाल सिंह यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम लोग किसान परिवार से मिलने जा रहे थे. इस दौरान मुझे और हमारे साथियों को हिरासत में लिया गया. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि केंद्र सरकार के गृहराज्य मंत्री को तुरंत बर्खास्त किया जाए, मंत्री के बेटे को गिरफ्तार किया जाए. मृतक परिवार के लोगों को एक-एक करोड़ की आर्थिक सहायता दी जाए और मृतक के परिवार के एक शख्स को नौकरी दी जाए.
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि किसान विरोधी काले कानून को तुरंत वापस लिया जाए. लखीमपुर खीरी घटना की न्यायिक जांच होनी चाहिए. इस घटना में शामिल दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
भूपेश बघेल को एयरपोर्ट पर उतरने की इजाजत नहीं
यूपी के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने लखनऊ एयरपोर्ट से छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल और पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर एस. रंधावा को एयरपोर्ट पर उतरने की इजाजत नहीं देने को कहा है. लखीमपुर खीरी में कल घटित घटना के बाद भूपेश बघेल और सुखजिंदर एस. रंधावा ने लखीमपुर खीरी जाने की घोषणा की थी. इजाजत न मिलने पर छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल ने एक वीडियो जारी कर प्रदेश सरकार से सवाल पूछा है कि बवाल लखीमपुर में चल रहा है, तो लखनऊ में आने की इजाजत क्यों नहीं दी जा रही है.
सीएम योगी ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण
वहीं सीएम योगी ने ट्वीट कर कहा कि जनपद लखीमपुर खीरी में घटित हुई घटना अत्यंत दुःखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है. यूपी सरकार इस घटना के कारणों की तह में जाएगी तथा घटना में शामिल तत्वों को बेनकाब करेगी व दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करेगी.
वरुण ने की सीबीआई जांच की मांग
वहीं भाजपा सांसद वरुण गांधी ने सीएम योगी से लखीमपुर हिंसा की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. उन्होंने एक लेटर लिखकर सीएम योगी से जांच कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि यह घटना ह्रदय विदारक है.
पुलिस हिरासत में प्रियंका
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा अचानक रविवार देर रात लखनऊ पहुंची थीं, जिसके कुछ देर बाद लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गईं. रास्ते में पुलिस से तीखी बातचीत होने के बाद साढ़े पांच घंटे बाद प्रियंका को सीतापुर के हरगांव से हिरासत में ले लिया गया. उन्हें सीतापुर के ही गेस्ट हाउस ले जाया गया था.
'किसानों को कुचलने की राजनीति'
प्रियंका गांधी ने कहा कि 'यह देश किसानों का देश है. यह भाजपा की विचारधारा की जागीर नहीं है. देश को किसानों ने बनाया है, किसानों से सींचा है. जो आज हुआ वो दिखाता है कि ये सरकार किसानों को कुचलने की राजनीति कर रही है. किसानों को खत्म करने की राजनीति कर रही है. जिस तरह से इस देश में किसानों को कुचला जा रहा है, उसके लिए शब्द ही नहीं हैं. कई महीने से किसान अपनी आवाज उठा रहा है कि उसके साथ गलत हो रहा है. सरकार सुनने को राजी नहीं है. जब बल प्रयोग करना पड़ता है, तो इसका मतलब है की सरकार व पुलिस नैतिक आधार खो चुकी है. मैं अपने घर से निकल कर कोई अपराध करने नहीं जा रही हूं. मैं पीड़ितों के परिवारों से मिलने जा रही हूं, मिलकर आंसू पोंछने जा रही हूं. इसमें कौन सी बुराई है. क्या गलत कर रही हूं मैं'.
लखीमपुर पहुंचे राकेश टिकैत
वहीं राकेश टिकैत लखीमपुर पहुंच चुके हैं. वह घटनास्थल के करीब गुरुनानक स्कूल में हैं. पुलिस के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राकेश टिकैत बोले कि समय पर प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की, तो हम पंचायत करेंगे.
चंद्रशेखर ने किया बीजेपी पर हमला
चंद्रशेखर आजाद को सीतापुर पुलिस लाइन में उनके साथियों के साथ हिरासत में लिया गया था. चंद्रशेखर आजाद तक किसी को पहुंचने नहीं दिया जा रहा था. सूत्रों की मानें तो चन्द्रशेखर को सीतापुर से अरेस्ट कर लखनऊ सीमा पर सुबह साढ़े चार बजे छोड़ दिया गया है. इसके पहले आप सांसद संजय सिंह को लखीमपुर जाते समय सीतापुर में रोका गया था.
संत कबीर नगर में पुलिस अलर्ट, जगह-जगह की बैरिकेडिंग
उत्तर प्रदेश की लखीमपुर खीरी में हुए घटना को लेकर पूरे प्रदेश में बवाल चल रहा है. बवाल के मद्देनजर संत कबीर नगर जिले का जिला प्रशासन अलर्ट दिख रहा है. किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग कर पुलिस ने रास्ते को ब्लॉक किया है. जिले के कलेक्ट्रेट सभागार और एसपी ऑफिस के सामने भारी पुलिस बल की भी तैनाती की गई है.
लखीमपुर में किसानों के मौत के बाद वाराणसी में सपा नेताओं का प्रदर्शन
लखीमपुर खीरी में हुए बवाल के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट है. जिसे लेकर पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गृह राज्य मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग करते हुए जिले के काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर बैठकर प्रदर्शन किया. साथ ही प्रदेश और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए किसानों को इंसाफ दिलाने की मांग की. इसके साथ ही अखिलेश यादव के हिरासत में लिए जाने का विरोध जताया. हाथों में पोस्टर लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद कौशांबी में भी बवाल
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद कौशांबी में लखीमपुर खीरी घटना और अखिलेश यादव को हिरासत में लिए जाने से नाराज सपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंका. इस दौरान चौराहे पर खड़ी पुलिस मूक दर्शक बनी देखती रही. पुतला दहन के बाद पुलिस को अपनी गिरफ्तारी दी. पुलिस ने कई सपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर थाने में रखा है. सपा के कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि जल्द से जल्द अखिलेश यादव को रिहा नहीं किया जाता है, तो वह सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे.
आगरा में सपा का एलान, कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को हिरासत में लिए जाने से नाराज आगरा में समाजवादी पार्टी ने प्रदर्शन का एलान किया है. समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष मधुसूदन शर्मा और महानगर अध्यक्ष वाजिद निसार ने कार्यकर्ताओं के साथ फतेहाबाद रोड कार्यालय पहुंचे, जहां सपाइयों ने नारेबाजी की.
फिरोजाबाद में सपा कार्यकर्ताओं ने किया सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
फिरोजाबाद जिले में भी सपा के कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. सपा नेता डीएम दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए. सपा कार्यकर्ताओं ने मांग की कि सरकार बर्खास्त हो, जो भी दोषी है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो. कार्यकर्ताओं ने सरकार को तानाशाह बताया और सरकार विरोधी नारे भी लगाए.
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