लखीमपुर खीरी: हैदराबाद थाना क्षेत्र के एक गांव में 2 मई को हुए डबल मर्डर का खुलासा पुलिस ने शनिवार को कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में मृतका के दामाद और बेटी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि दामाद ने पैसों के विवाद में अपनी सास और साली की हत्या की थी. पुलिस आरोपी की निशानदेही पर खून लगे कपड़े को भी बरामद कर लिया. पुलिस आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई कर रही है.
एसपी गणेश प्रसाद साहा ने बताया कि हैदराबाद थाना क्षेत्र के गांव देवीपुर में रहने वाला सुरेंद्र कुमार चाट का ठेला लगाता है. उसके घर पर पिछले करीब 12 सालों से उसकी सास सरस्वती देवी और साली पूनम रहती थी. सास के पास नौ बीघा जमीन थी. उसकी बाकी जमीन बिक चुकी थी लेकिन डेढ़ बीघा जमीन अभी भी बची हुई थी. दामाद यह जमीन भी बेचने को कह रहा था लेकिन सास जमीन बेचने को तैयार नहीं थी. घर में पैसों की दिक्कत थी. सुरेंद्र की पत्नी समूह चलाती थी. उसका भी डेढ़ लाख का कर्ज था. घटना वाले दिन सुबह करीब 10 बजे सुरेंद्र की पत्नी अपनी बहन पूनम के साथ किसी काम से घर के बाहर थी. तभी सुरेंद्र ने बांके से सास सरस्वती की हत्या कर दी. सुरेंद्र घर में ही बैठकर इंतजार कर रहा था. कुछ देर बाद जब उसकी पत्नी और साली वापस आई तो सुरेंद्र ने साली पर वार उसकी भी हत्या कर दी. उसने अपनी पत्नी को चुप करा दिया. पत्नी ने भी सबूत मिटाने में उसकी मदद की. फिर दोनों चाट बेचने चले गए. शाम को वापस आने पर पुलिस को हत्या की सूचना देकर मामला दर्ज कराया.
एसपी ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो सुरेंद्र और उसकी पत्नी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. आरोपियों की निशानदेही पर वह कपड़े बरामद हुए, जो घटना के समय सुरेंद्र ने पहन रखे थे. उस कपड़े में खून लगा हुआ है. एसपी ने बताया कि सुरेंद्र शातिर है. उसने प्लानिंग की थी कि वह जब पत्नी के साथ चाट बेचने जाएगा तो दिन में कोई पड़ोसी घर घर पर शव देखकर मामले की जानकारी पुलिस को देंगे. इससे पुलिस को उस पर शक भी नहीं होगा लेकिन घटना वाले दिन उसके घर पर कोई नहीं गया. शाम को घर पहुंचने पर उसने ही हत्या की जानकारी पुलिस को दी.
एसपी ने बताया कि आरोपी सुरेंद्र अपने विपक्षी को इस मामले में फंसाना चाहता था लेकिन पुलिस इसके ऊपर शुरू से ही शक करने लगी थी. इसके बाद उसने अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज कर जांच पड़ताल कर रही थी. आरोपी सुरेंद्र पर 2021 में एक हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था. जबकि उस घटना में वह शामिल नहीं था. उसके विपक्षी उसे रंजिशन फंसाना चाहते थे. जांच में पुलिस को भी इसके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले थे. पुलिस ने मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगा दी. इसमें सुरेंद्र का काफी पैसा खर्च हुआ था. उसकी सास ने जो पहले जमीन बेची थी. उसका काफी पैसा इस केस में खर्च हो गया. वह तंगहाली की जिंदगी बिता रहा था. सास भी उसकी जमीन बेच नहीं रही थी. इसी बात से परेशान होकर उसने सास और साली की हत्या कर दी.
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