लखीमपुर खीरी: जिले में नागमणि तो कभी मोरपंखी, कभी करामती गिलास, कभी जादुई चश्मा आदि के नाम ठगने वाले इलाके के ठगों का नया प्रॉडक्ट करामाती बल्ब है. मामला निघासन थाना क्षेत्र का है. यहां प्रदेश के कई जिलों के लोगों को इन ठगों ने करामाती बल्ब के नाम पर लाखों का चूना लगा दिया. इसके बाद सूचना पाकर पीआरवी के पुलिसकर्मी पहुंचे तो ठग भाग निकले. पुलिस ने खरीददारों को हिरासत में लिया है. पूछताछ के बाद उनको निघासन से धौरहरा कोतवाली भेजा गया है.
गुरुवार को धौरहरा कोतवाली के चंदपुरा गांव के पास निघासन-सिसैया स्टेट हाई-वे पर कुछ ठग बाहर से आए और खरीददारों से करामाती बल्ब बताकर सौदा कर रहे थे. बताया जाता है कि उनको इस बल्ब के जरिए किसी भी चीज की गहराई तक देख लेने आदि की जानकारी दी गई थी. बल्ब की तमाम खासियतें सुनकर ही दो चौपहिया गाड़ियों पर सवार अंबेडकरनगर के थाना अलीगंज के खासपुर टांडा निवासी अंकित और दुर्गेश कुमार, कानपुर का इमानुल, लखनऊ निवासी लालजी सिंह और फैजाबाद का रामआशीष गुप्ता सहित दस लोग इसे खरीदने आए थे.
बताया जाता है कि धौरहरा कोतवाली के चंदपुरा गांव के पास दोनों पक्षों के बीच सौदा हो गया. खरीददारों ने दस लाख रुपये देकर करामाती बल्ब खरीद लिया. इसी बीच कहीं से सूचना पाकर धौरहरा यूपी 112 के जवान वहां पहुंच गए. पीआरवी को आता देखकर ठग तो पहले ही चंपत हो गए. खरीदार भी वहां से गाड़ियों पर सवार होकर भागने लगे. पीआरवी के जवानों ने ढखेरवा की तरफ भागी गाड़ी को रोकने के लिए निघासन पीआरवी जवानों को फोन कर दिया.
पीआरवी जवानों ने दोनों गाड़ियों में सवार दस खरीदारों को पकड़ लिया. इसमें सवार लोगों से पुलिस ने लाल रंग के एलईडी बल्ब जैसा एक कथित करामाती बल्ब भी बरामद किया है. इन सभी को धौरहरा कोतवाली भेजा गया है. निघासन सीओ प्रदीप कुमार ने बताया कि गाड़ी में सवार कुछ लोग पकड़े गए थे. किसके साथ, किस बात पर, किसी चीज के लिए और कितने रुपये की ठगी की गई है, यह सारी जानकारी नहीं है. इसकी छानबीन धौरहरा पुलिस कर रही है.