लखीमपुर खीरी: बजाज की तीन चीनी मिलों समेत जिले की चीनी मिलों पर बकाया गन्ना भुगतान और गन्ने का मूल्य 450 रुपये घोषित करने की मांग को लेकर किसानों ने पलिया में बुधवार को जल सत्याग्रह किया. वहीं, गोला में मिल प्रशासन और सरकार तक बात पहुंचाने के लिए रामचरितमानस का पाठ किया.
पलिया में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत किसानों ने बुधवार को चीनी मिल धरना स्थल से शारदा नदी की तरफ कूच किया. किसानों ने मिल प्रशासन होश में आओ, बकाया भुगतान ले के रहेंगे इस तरह के कई नारे लगाए. किसान करीब पांच किमी. पैदल मार्च कर शारदा पुल पर पहुंचे और शारदा नदी में उतर गए. किसानों को मनाने एसडीएम पलिया और जिले के सीडीओ अनिल कुमार सिंह भी पहुंच गए.
सीडीओ ने किसानों को मनाने की कोशिश की. वार्ता चल ही रही थी कि कुछ किसान गुस्से में आकर जल सत्याग्रह के लिए नदी में उतर गए. करीब एक घंटे तक प्रशासन और किसानों के बीच वार्ता हुई. मिल प्रशासन ने किसानों को 10 करोड़ रुपये आज ही देने का आश्वासन दिया. वहीं, जो किसान चीनी लेना चाहेंगे उन्हें चीनी देने का भी आश्वासन सीडीओ ने फोन पर बजाज चीनी मिल पलिया प्रशासन से बात कर दिया. इसके बाद किसान नदी से निकले.
उधर, गोला बजाज चीनी मिल पर भी बकाए भुगतान की मांग को लेकर किसान मजदूर संगठन का आंदोलन जारी रहा. किसानों ने मंगलवार को रामचरितमानस का पाठ और हवन किया. बुधवार को पूजन और हवन के साथ आंदोलन संपन्न हो गया. राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के जिला अध्यक्ष अंजनी कुमार दीक्षित ने कहा कि उप जिलाधिकारी गोला, सीओ गोला, गोला फैक्ट्री मैनेजर और जीएम वार्ता के लिए आए. मिल अफसर फिर आश्वासन और लॉलीपॉप देने का काम कर रहे थे. लिहाजा संगठन का धरना प्रदर्शन अनिश्चितकालीन के लिए जारी रखने का निर्णय लिया गया.
15 जनवरी को किसान नेता सरदार वीएम सिंह पलिया किसान पंचायत में भाग लेंगे. तब तक चीनी मिल प्रबंधन पिछले वर्ष बकाया गन्ना भुगतान की व्यवस्था कर ले. ऐसा न होने पर राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन आंदोलन को और तेज करेगा. पलिया के तहसील अध्यक्ष जगपाल और कई साथियों से वीडियो जारी कर और लिखकर भी अपील की गई है. सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि किसानों से वार्ता की जा रही है. मिल प्रशासन पर भी दबाव बनाया जा रहा है. कुछ बकाया मिल अफसरों ने रिलीज करने का आश्वासन दिया है. बाकी चीनी देने की बात भी की गई है.
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