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किसान ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट में लिखा 'बच्चों मुझे माफ कर देना'

यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में एक सिख किसान ने खुदकुशी कर ली. फूलबेहड़ कोतवाली के सुकईपुरवा निवासी किसान सतनाम सिंह बैंक के कर्ज से बुरी तरह परेशान थे. किसान के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें लिखा है- मैं बैंक कर्ज से परेशान हूं, 'बच्चों मुझे माफ कर देना'. पुलिस ने फंदे पर लटके शव को उतारकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है.

किसान ने की खुदकुशी
किसान ने की खुदकुशी
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Published : Apr 22, 2021, 10:54 AM IST

लखीमपुर खीरी : जिले में एक सिख किसान की खुदकुशी से सनसनी है. बैंक कर्ज से परेशान किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. किसान का शव घर में फंदे से झूलता मिला है. मृतक किसान के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें लिखा है- 'मैं बैंक कर्ज से परेशान हूं, बच्चों मुझे मांफ कर देना'. मामला फूलबेहड़ कोतवाली क्षेत्र के सुकईपुरवा गांव का है.

9 लाख लिया था कर्ज

दरअसल, फूलबेहड़ कोतवाली के सुकई पुरवा निवासी किसान सतनाम सिंह ने पंजाब एंड सिंध बैंक, सिंडिकेट बैंक और साधन सहकारी समिति से तीन साल पहले 9 लाख का कर्ज लिया था. जिसका ब्याज बढ़ता चला जा रहा था. किसान की फसल अच्छी हुई नहीं, इससे वो लिया गया कर्ज उतार नहीं पा रहा था. बैंक से हमेशा कर्ज जमा करने का दबाव और नोटिस आ रहीं थीं. भतीजे रिंकू ने बताया कि 10 दिन पहले भी अंकल के पास बैंक से नोटिस आई थी. कर्ज के पैसे जमा करने की स्थिति में किसान सतनाम सिंह नहीं थे, इसलिए वो परेशान रहते थे.

10 दिनों से परेशान थे सतनाम सिंह

बैंक के नोटस और कर्ज के बढ़ते दबाव के चलते किसान सतनाम सिंह पिछले 10 दिनों से काफी परेशान थे. जब से नोटिस आई थी, तब से उनके व्यवहार में परिवर्तन हो गया था. वह मानसिक रूप से काफी परेशान रहने लगे थे. परेशानी के चलते ही 60 साल के सतनाम सिंह ने सुबह करीब 4 बजे अपनी पगड़ी टीन शेड में बांधकर खुदकुशी कर ली. सुबह जब परिजनों ने देखा तो पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने शव को नीचे उतरवाकर पंचनामा करवाया. किसान सतनाम सिंह की जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला है.

सुसाइड नोट
सुसाइड नोट
किसान क्रेडिट कार्ड पर लिया था लोन

सतनाम सिंह पंजाब एंड सिंध बैंक, सिंडीकेट बैंक और साधन सहकारी समिति से करीब 9 लाख का कर्ज लिया था. इस बड़े कर्ज को अदा करने की उनकी व्यवस्था नहीं बन रही थी. किसान सतनाम सिंह को बराबर बैंकों से नोटिस आ रही थी. 10 दिन पहले भी एक नोटिस आई थी, जिसकी वजह से वह दबाव में थे.


किसान ने लिखा माफ कर देना बच्चों

किसान सतनाम सिंह कर्ज के बोझ तले इतना दबे थे कि उन्हें इस विपदा में कोई रास्ता न सुझा और वो फांसी लगाकर फंदे से झूल गए. अपनी ही पगड़ी से फांसी लगाकर सतनाम ने आत्महत्या कर ली. उनके पॉकेट से मिले सुसाइड नोट में लिखा है- 'बैंक के कर्ज से परेशान हूं, मैं आज आत्महत्या कर रहा, बच्चों मुझे माफ कर देना' .

इसे भी पढे़ं- चरक अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से मौत, कई का जीवन दांव पर

पुलिस कर रही सुसाइड नोट की जांच

किसान सतनाम सिंह के आत्महत्या मामले में उनके पास मिले सुसाइड नोट और मौका ए वारदात पर मिले साक्ष्यों के आधार पर पुलिस जांच में जुट गई है. किसान के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. कोतवाली प्रभारी निरीक्षक फूलबेहड़ एसएन सिंह ने कहा है कि किसान के सुसाइड नोट की जांच होगी. क्या वह लिख पढ़ सकते थे या नहीं. वहीं मौका ए वारदात पर मिले साक्ष्यों के आधार पर मामले की जांच की जा रही है.

लखीमपुर खीरी : जिले में एक सिख किसान की खुदकुशी से सनसनी है. बैंक कर्ज से परेशान किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. किसान का शव घर में फंदे से झूलता मिला है. मृतक किसान के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें लिखा है- 'मैं बैंक कर्ज से परेशान हूं, बच्चों मुझे मांफ कर देना'. मामला फूलबेहड़ कोतवाली क्षेत्र के सुकईपुरवा गांव का है.

9 लाख लिया था कर्ज

दरअसल, फूलबेहड़ कोतवाली के सुकई पुरवा निवासी किसान सतनाम सिंह ने पंजाब एंड सिंध बैंक, सिंडिकेट बैंक और साधन सहकारी समिति से तीन साल पहले 9 लाख का कर्ज लिया था. जिसका ब्याज बढ़ता चला जा रहा था. किसान की फसल अच्छी हुई नहीं, इससे वो लिया गया कर्ज उतार नहीं पा रहा था. बैंक से हमेशा कर्ज जमा करने का दबाव और नोटिस आ रहीं थीं. भतीजे रिंकू ने बताया कि 10 दिन पहले भी अंकल के पास बैंक से नोटिस आई थी. कर्ज के पैसे जमा करने की स्थिति में किसान सतनाम सिंह नहीं थे, इसलिए वो परेशान रहते थे.

10 दिनों से परेशान थे सतनाम सिंह

बैंक के नोटस और कर्ज के बढ़ते दबाव के चलते किसान सतनाम सिंह पिछले 10 दिनों से काफी परेशान थे. जब से नोटिस आई थी, तब से उनके व्यवहार में परिवर्तन हो गया था. वह मानसिक रूप से काफी परेशान रहने लगे थे. परेशानी के चलते ही 60 साल के सतनाम सिंह ने सुबह करीब 4 बजे अपनी पगड़ी टीन शेड में बांधकर खुदकुशी कर ली. सुबह जब परिजनों ने देखा तो पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने शव को नीचे उतरवाकर पंचनामा करवाया. किसान सतनाम सिंह की जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला है.

सुसाइड नोट
सुसाइड नोट
किसान क्रेडिट कार्ड पर लिया था लोन

सतनाम सिंह पंजाब एंड सिंध बैंक, सिंडीकेट बैंक और साधन सहकारी समिति से करीब 9 लाख का कर्ज लिया था. इस बड़े कर्ज को अदा करने की उनकी व्यवस्था नहीं बन रही थी. किसान सतनाम सिंह को बराबर बैंकों से नोटिस आ रही थी. 10 दिन पहले भी एक नोटिस आई थी, जिसकी वजह से वह दबाव में थे.


किसान ने लिखा माफ कर देना बच्चों

किसान सतनाम सिंह कर्ज के बोझ तले इतना दबे थे कि उन्हें इस विपदा में कोई रास्ता न सुझा और वो फांसी लगाकर फंदे से झूल गए. अपनी ही पगड़ी से फांसी लगाकर सतनाम ने आत्महत्या कर ली. उनके पॉकेट से मिले सुसाइड नोट में लिखा है- 'बैंक के कर्ज से परेशान हूं, मैं आज आत्महत्या कर रहा, बच्चों मुझे माफ कर देना' .

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पुलिस कर रही सुसाइड नोट की जांच

किसान सतनाम सिंह के आत्महत्या मामले में उनके पास मिले सुसाइड नोट और मौका ए वारदात पर मिले साक्ष्यों के आधार पर पुलिस जांच में जुट गई है. किसान के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. कोतवाली प्रभारी निरीक्षक फूलबेहड़ एसएन सिंह ने कहा है कि किसान के सुसाइड नोट की जांच होगी. क्या वह लिख पढ़ सकते थे या नहीं. वहीं मौका ए वारदात पर मिले साक्ष्यों के आधार पर मामले की जांच की जा रही है.

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