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लखीमपुर खीरी: VDO की खुदकुशी मामले ने पकड़ा तूल, कई दफ्तरों में कामकाज हुआ ठप

यूपी के लखीमपुर खीरी में शनिवार को VDO के सुसाइड केस को लेकर कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने कहा कि मुख्य आरोपी अभी तक फरार है, अगर पुलिस जल्द ही उसकी गिरफ्तारी नहीं करती है तो आंदोलन और तेज होगा. प्रदर्शन के चलते जिले का सरकारी कामकाज ठप रहा.

कर्मचारियों का वीडीओ सुसाइड केस में प्रदर्शन
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Published : Sep 14, 2019, 3:30 PM IST

लखीमपुर खीरी: जिले में ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र कुमार की खुदकुशी मामले ने तूल पकड़ लिया है. आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से कर्मचारियों का गुस्सा पुलिस के खिलाफ बढ़ गया है. कर्मचारियों ने शनिवार को विकास भवन में ताला लगाकर कामकाज ठप कर दिया. कर्मचारियों ने एक स्वर में एलान किया कि अगर सोमवार तक गिरफ्तारी नहीं हुई तो जिले के सभी दफ्तर बंद करा दिए जाएंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी.

VDO सुसाइड केस में कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन.

कई संगठनों के कर्मचारी हुए एक जुट
विकास भवन में शनिवार को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, राज्य कर्मचारी संघ समेत तमाम विभागों के कर्मचारी संगठनों ने एक साथ प्रदर्शन किया. ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र कुमार की खुदकुशी मामले में मंच से जलील करने वाले मुख्य आरोपी राकेश सिंह चौहान और उसके चार साथियों की गिरफ्तारी न होने से कर्मचारी नाराज हैं. कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि दिन-रात ग्राम विकास अधिकारी गांव के विकास के लिए काम करते हैं, उसके बाद भी उनके साथ किसान नेताओं ने ऐसा सुलूक किया, जिससे उनको खुदकुशी करने के लिए मजबूर होना पड़ा. VDO त्रिवेंद्र कुमार को जातिसूचक शब्द कहे गए,अपशब्द कहे गए जिससे आहत होकर उन्होने पांच सितंबर को घर में खुदकुशी कर ली.

इसे भी पढ़ें-नए ट्रैफिक जुर्माने पर बोले अखिलेश, कहा- प्रदेश सरकार को गुजरात से सीखना चाहिए

किसान यूनियन लोकतांत्रिक के प्रदेश अध्यक्ष पर है आरोप
भारतीय किसान यूनियन लोकतांत्रिक के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह चौहान पर VDO के आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगा है. एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें ग्राम विकास अधिकारी को जलील करते देखा जा सकता है. मामले में त्रिवेंद्र के परिजनों की तहरीर पर नौ आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, जिनमें से पांच को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जबकि मुख्य आरोपी राकेश चौहान, श्यामू शुक्ला समेत चार अभी भी फरार चल रहे हैं. कर्मचारियों ने सरकार से त्रिवेंद्र के परिजनों को 50 लाख मुआवजा, एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की.

आज सभी संगठनों ने हमें समर्थन दिया है. सोमवार तक का वक्त हमने पुलिस प्रशासन को दिया है. गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन पूरे जिले में फैलेगा और इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.
-भजनलाल, अध्यक्ष विकास भवन कर्मचारी संघ

लखीमपुर खीरी: जिले में ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र कुमार की खुदकुशी मामले ने तूल पकड़ लिया है. आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से कर्मचारियों का गुस्सा पुलिस के खिलाफ बढ़ गया है. कर्मचारियों ने शनिवार को विकास भवन में ताला लगाकर कामकाज ठप कर दिया. कर्मचारियों ने एक स्वर में एलान किया कि अगर सोमवार तक गिरफ्तारी नहीं हुई तो जिले के सभी दफ्तर बंद करा दिए जाएंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी.

VDO सुसाइड केस में कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन.

कई संगठनों के कर्मचारी हुए एक जुट
विकास भवन में शनिवार को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, राज्य कर्मचारी संघ समेत तमाम विभागों के कर्मचारी संगठनों ने एक साथ प्रदर्शन किया. ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र कुमार की खुदकुशी मामले में मंच से जलील करने वाले मुख्य आरोपी राकेश सिंह चौहान और उसके चार साथियों की गिरफ्तारी न होने से कर्मचारी नाराज हैं. कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि दिन-रात ग्राम विकास अधिकारी गांव के विकास के लिए काम करते हैं, उसके बाद भी उनके साथ किसान नेताओं ने ऐसा सुलूक किया, जिससे उनको खुदकुशी करने के लिए मजबूर होना पड़ा. VDO त्रिवेंद्र कुमार को जातिसूचक शब्द कहे गए,अपशब्द कहे गए जिससे आहत होकर उन्होने पांच सितंबर को घर में खुदकुशी कर ली.

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किसान यूनियन लोकतांत्रिक के प्रदेश अध्यक्ष पर है आरोप
भारतीय किसान यूनियन लोकतांत्रिक के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह चौहान पर VDO के आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगा है. एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें ग्राम विकास अधिकारी को जलील करते देखा जा सकता है. मामले में त्रिवेंद्र के परिजनों की तहरीर पर नौ आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, जिनमें से पांच को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जबकि मुख्य आरोपी राकेश चौहान, श्यामू शुक्ला समेत चार अभी भी फरार चल रहे हैं. कर्मचारियों ने सरकार से त्रिवेंद्र के परिजनों को 50 लाख मुआवजा, एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की.

आज सभी संगठनों ने हमें समर्थन दिया है. सोमवार तक का वक्त हमने पुलिस प्रशासन को दिया है. गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन पूरे जिले में फैलेगा और इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.
-भजनलाल, अध्यक्ष विकास भवन कर्मचारी संघ

Intro:लखीमपुर- लखीमपुर खीरी जिले में ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र कुमार की खुदकुशी मामले ने तूल पकड़ लिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से कर्मचारियों का गुस्सा पुलिस के खिलाफ बढ़ गया है। कर्मचारियों ने आज विकास भवन में ताला डाल दिया। कामकाज ठप कर दिया। जिले के कई दफ्तरों में भी सरकारी कामकाज नहीं हुआ। कर्मचारियों ने एक स्वर से ऐलान किया कि सोमवार तक गिरफ्तारी नहीं हुई तो जिले के सभी दफ्तर बंद करा दिए जाएंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।
विकास भवन में आज राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद राज्य कर्मचारी संघ समेत तमाम विभागों के कर्मचारी संगठन एक साथ इकट्ठे हुए। ग्राम विकास अधिकारी धर्मेंद्र कुमार की खुदकुशी मामले में मंच से जलील करने वाले मुख्य आरोपी राकेश सिंह चौहान और उसके चार साथियों की गिरफ्तारी न होने से कर्मचारियों का गुस्सा आखिरी पुलिस पर खूब भाषणों में दिखाई दिया। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि दिन-रात ग्राम विकास अधिकारी गांव के विकास के लिए काम करते हैं उसके बाद भी उनके साथ किसान नेताओं ने ऐसा सुलूक किया जिससे उनके साथी को खुदकुशी करने के लिए मजबूर होना पड़ा। वीडीओ त्रिवेंद्र कुमार को जातिसूचक शब्द कहे गए,अपशब्द कहे गए जिससे वह आहत हो गया और उसने पाँच सितंबर को घर में खुदकुशी कर ली।


Body:आरोप भारतीय किसान यूनियन लोकतांत्रिक के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह चौहान पर लगे। एक वीडियो भी वायरल हुआ। जिसमें ग्राम विकास अधिकारी को जलील करते लाइव फुटेज भी मिल गई। मामले में त्रिवेंद्र के परिजनों की तहरीर पर नौ आरोपियों पर मुकदमा दर्ज हुआ। जिसमें से पांच को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मुख्य आरोपी राकेश चौहान,श्यामू शुक्ला समेत चार अभी भी फरार हैं।
आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से नाराज ग्राम विकास अधिकारी संघ समेत जिले के राज्य कर्मचारी सयुक्त परिषद,राज्य कर्मचारी संघ ने भी धरने को अपना समर्थन देते हुए। आरोपियों की गिरफ्तारी न होने का ठीकरा पुलिस पर फोड़ते हुए आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दी।


Conclusion:ग्राम विकास अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष विजय शर्मा ने कहा कि पुलिस आखिर कर क्या रही है। हफ्ते भर से ज्यादा वक्त हो गया। मुख्य आरोपी ही खुलेआम घूम रहा। उन्होंने त्रिवेंद्र के परिजनों को 50 लाख मुआवजा,एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी सरकार से मांग की है।
विकास भवन कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष भजनलाल ने कहा कि आज सभी संगठनों ने हमें समर्थन दिया है। सोमवार तक का वक्त हमने पुलिस प्रशासन को दिया है। गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन पूरे जिले में फैलेगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
बाइट-विजय शर्मा(जिलाध्यक्ष,ग्राम विकास कर्मचारी संघ)
बाइट-भजनलाल(अध्यक्ष विकास भवन कर्मचारी यूनियन)

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प्रशान्त पाण्डेय
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