लखीमपुर खीरी : जिला अस्पताल लखीमपुर खीरी शनिवार को अखाड़ा बन गया. दरअसल, यहां इलाज के लिए आई छात्रा को उपचार न मिलने से परिजन भड़क गए. फिर जिला अस्पताल में जमकर मारपीट हुई. मौके पर पहुंची पुलिस ने मारपीट कर रहे लोगों को हिरासत में ले लिया. इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने इमरजेंसी सेवाएं तत्काल रूप से बंद कर दी.
क्या है पूरा मामला ?
कुछ लोग एक छात्रा को गम्भीर हालत में शनिवार को सुबह जिला अस्पताल लाए थे. इलाज के दौरान छात्रा बेहोश हो गई, जिसके बाद युवकों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया. अस्पताल की इमरजेंसी में छात्रा के परिजनों की मौजूदा डॉक्टर, स्टाफ से जमकर मारपीट हुई. मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने मारपीट कर रहे युवकों को छुड़ाकर हिरासत में ले लिया. उधर, छात्रा की हालत भी गम्भीर बनी हुई है. घटना को लेकर जिला अस्पताल ने इमरजेंसी सेवाएं बंद कर दी. पुलिस ने छात्रा को गम्भीर हालत में प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया है. इमरजेंसी में पहुंचने वाले मरीज इलाज न मिलने से परेशान हो गए. इस दौरान कई मरीज इमरजेंसी के बाहर एम्बुलेंस में तड़पते दिखे.
इसे भी पढ़ें- अयोध्या में 48 वर्षीय संत ने गला रेतकर की आत्महत्या
'कार्रवाई न होने तक बंद रहेगी इमरजेंसी'
मामले को लेकर सीएमएस डॉ. आरसी अग्रवाल ने बताया कि डॉक्टर ने मरीज को देखने के बाद इंजेक्शन लगाए, फिर वो लड़की को लेकर बाहर चले गए और चिल्लाने लगे कि लड़की मर गई. वहां मौजद अस्पताल के स्टाफ और डॉक्टर, फार्मासिस्ट, वार्डब्वॉय सभी को मारने लगे. अस्पताल की इमरजेंसी में जमकर तोड़फोड़ भी हुई है. पुलिस जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करेगी, तब तक इमरजेंसी सेवाएं बंद रहेंगी. सीएमएस ने कहा कि ये सभी अराजक तत्व हैं, इनको तत्काल गिरफ्तार कर कार्रवाई होनी चाहिए.