लखीमपुर खीरी : दुधवा टाइगर रिजर्व के कोर जोन में एक नर बाघ का शव बरामद हुआ है. दुधवा रेंज में दुधवा स्टेशन के नजदीक रेलवे ट्रैक के पास मिले टाइगर के शव के सिर और पंजों पर चोट के निशान हैं. टाइगर रिजर्व प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
टाइगर रिजर्व के दुधवा रेंज में आज एक बाघ का शव मिलने से पार्क प्रशासन में हड़कंप मच गया. खबर मिलने पर पास की टीम मौके पर पहुंची. दुधवा के फील्ड डायरेक्टर रमेश कुमार पांडे ने बताया कि यह एक नर बाघ है. जिसके सर और पंजों पर चोट के निशान हैं और बाघ की एक आंख पूरी तरह से डैमेज्ड है.उन्होंने बताया कि प्रिंसिपल सेकरेट्री के साथ उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया.
डायरेक्टर पांडेय ने बताया कि शव रेल ट्रैक के किनारे मिला है, जिससे इसके ट्रैन से टकराने की भी सम्भावनाएं हैं. इधर बाघ का शव मिलने से डब्लूडब्लूएफ, डब्ल्यूटीआई और अन्य जानकारों से पूरे मामले की तहकीकात में मदद ली जा रही है. फिलहाल बाघ का पोस्टमार्टम कराया जा रहा. इसके बाद इसकी मौत के कारणों का पता चल सकेगा.
गौरतलब है कि अभी कुछ दिनों पहले खीरी जिले में दक्षिण खीरी वन प्रभाग में एक बाघ की शिकारियों ने फन्दे में फंसाकर शिकार कर लिया था. बाघ की मौत की अभी जांच चल रही थी कि इस बार दुधवा के कोर जोन में बाघ की मौत से पार्क प्रशासन में खलबली मच गई. पोस्टमार्टम के बाद ही बाघ की मौत के असल कारण सामने आ पाएंगे.
पर बड़ा सवाल यह है कि अगर बाघ की मौत जंगल से निकली रेल ट्रैक पर दौड़ रही ट्रेन की टक्कर से हुई तो यह ट्रेन बाघों और अन्य जंगली जानवरों के लिए काल का सबब बन रही है. वन्यजीव प्रेमी बहुत पहले से रेल ट्रैक को जंगल के कोर जॉन से बाहर करने की मांग करते आ रहे हैं.