लखीमपुर खीरीः जिले के एंबुलेंस कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. साथ ही चेतानवानी दी कि उनकी सैलरी और ग्रेड-पे सरकारी कर्मचारियों की तरह न की गई तो वह शुक्रवार से एंबुलेंस के चक्का जाम कर देंगे. लखीमपुर खीरी जिले में एंबुलेंस चालकों ने चेतावनी देते हुए ठेका कम्पनी जीवीके के खिलाफ भी नारेबाजी की. कर्मचारियों ने बिना नोटिस निकाले गए 23 कर्मचारियों को भी बहाल करने की मांग की.
यूपी में हैदराबाद की जीवीके ईएमआरआई कम्पनी ठेके पर एम्बुलेंस चालकों और स्टाफ की भर्ती कर 108, 102 एम्बुलेंस सेवा चला रही. इन एम्बुलेंस में काम कर रहे कर्मचारियों का पिछले पांच सालों से न मानदेय बढ़ाया, न ग्रेड-पे. इससे कर्मचारी प्रबंधन से नाराज हैं. एम्बुलेंस चालकों ने गुरुवार को सांकेतिक धरना दिया. सरकार से मांग करते हुए कहा कि उनका वेतन भी सरकारी कर्मचारियों की तरह होना चाहिए. कर्मचारियों का कहना है कि ठेका प्रथा हटाकर सरकार खुद उनको अपने अधीन नौकरी पर रखे. सांकेतिक धरना देने आए कर्मचारियों ने कहा कि जिन प्रोग्राम मैनेजर और कर्मचारियों को जीवीके ने निकाल दिया है, उन्हें पुनः नौकरी पर रखा जाए.
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जीवीके से नौकरी से निकाले गए खीरी के प्रोग्राम मैनेजर अंकित मित्तल ने कहा कि उनको बिना कारण बताओ नोटिस के ही नौकरी से निकाल दिया गया, जो सरासर अन्याय है. कर्मचारी पहले ही कम सैलरी में काम कर रहे हैं. अब उनको बिना किसी कारण नौकरी से भी निकाल दिया जा रहा.