लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश शासन के अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने कहा कि किसान सामूहिक खेती कर अपनी आय को बढ़ा सकते हैं. सरकार साल 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने के लिए प्रयासरत है. इसके लिए सरकार तमाम कार्यक्रम भी चला रही है.
किसान मेला एवं प्रदर्शनी का किया उद्घाटन
डॉ. देवेश चतुर्वेदी जिले के नकहा में आयोजित किसान कल्याण मिशन के तहत किसान मेला एवं प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि किसानों के खातों में डीबीटीएल (घरेलू गैस सिलिंडरों पर मिलने वाली सब्सिडी) के माध्यम से सीधे पैसा भेजा जा रहा है. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि हो या खाद बीज की सब्सिडी हो, किसानों के खातों में ही सीधे भेजी जा रही है. इससे उत्तर प्रदेश में एक पारदर्शी व्यवस्था शुरू हुई है.
उन्होंने कहा कि गन्ना विभाग ने गन्ना ऐप शुरू कर गन्ना किसानों के लिए क्रांतिकारी परिवर्तन किया है. इससे फर्जी सट्टों पर रोक लग चुकी है. किसानों को उनकी पर्ची का सीधे मैसेज आ रहा है. प्रदेश में यूरिया की कोई कमी नहीं है.
2022 तक किसानों की आय दोगुनी
गन्ने के साथ सह फसली खेती उन्नत कृषि तकनीकों सोलर, स्प्रिंकलर, ड्रिप की नवीन तकनीकों का प्रयोग किसान कर रहे हैं. इसके लिए सरकार की तमाम योजनाएं उद्यान विभाग और कृषि विभाग के माध्यम से चल रही हैं. उन्होंने कहा कि किसानों को जैविक खेती के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है. वह संगठित होकर खेती करें. किसानों की 2022 तक आय दोगुनी करने के लिए सरकार संकल्पित है.
विधायक योगेश वर्मा ने कहा कि जिन किसानों को किसान सम्मान निधि नहीं मिल रही है, उनके लिए विशेष शिविर लगाए जाएंगे. डीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह ने किसानों से कहा कि किसान फसल चक्र अपनाएं, जिससे जमीन की उर्वरा शक्ति बनी रहे.
मिशन के तहत मिले यंत्र
अपर मुख्य सचिव चतुर्वेदी ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत 13 लाभार्थियों को स्प्रे मशीन दीं. सात लाभार्थियों को त्रिपाल दिए. आठ लाभार्थियों को जिंक वितरित किया. कीट और रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत 20 लाभार्थियों को ट्राइकोडर्मा, तीन लाभार्थियों को प्राथमिक पौधशाला के अनुदान दिए. किसानों को इंडियन बैंक की ओर से किसान क्रेडिट कार्ड पत्र भी सौंपे गए.