कुशीनगर: पटहेरवा भारत भ्रमण की जिज्ञासा के साथ अलग-अलग राज्यों और रीति-रिवाज, संस्कृति को जानने के लिए अरूणाचल से लद्दाख के लिए पैदल यात्रा पर निकले दो युवक कुशीनगर जिले में पहुंचे. जिले के पटहेरवा चौराहे पर दोनों युवकों ने लोगों से बातचीत की तथा लोगों ने उनका उनका स्वागत किया.
पैदल यात्रा पर निकले दो युवक कल ही कुशीनगर पहुंचे. पैदल यात्रा पर निकले सत्यजीत पवार महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले और उनके साथ चल रहे विश्वजीत वेस्ट बंगाल के मालदह के रहने वाले हैं. देश में वर्तमान परिस्थितियों से रूबरू होकर एक यात्रा वृतांत पर किताब लिखने के लिए यात्रा शुरू की थी. दोनों ने पूरे देश में पैदल भ्रमण पर निकल पड़े हैं.
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इनका यात्रा क्रम अरुणांचल से असम, पश्चिम बंगाल से बिहार से उत्तर प्रदेश होते हुए लद्दाख तक है. सोमवार को दोनों लेखक कुशीनगर की सीमा में प्रवेश किए. जहां विद्यावती देवी महाविद्यालय तमकुही राज के परिसर मे इन विभूतियों का भव्य स्वागत किया गया. यात्रा के दौरान सहयोग की बात की गयी. आज मंगलवार को जिले के पटहेरवा चौराहे पर लोगों ने उनका स्वागत किया. दोनों युवकों के हौसले और उनके दृण निश्चय की लोग सराहना कर रहे हैं.
युवकों के अनुसार वह अरुणाचल प्रदेश से बीते 10 अप्रैल को निकले हैं और 71 दिनों की यात्रा पूरा करके मंगलवार को सुबह कुशीनगर जिले के पटहेरिया चौराहे पर पहुंचे. दोनों युवकों ने बताया कि वह प्रतिदिन 25 किमी तक पैदल यात्रा करते हैं. इस यात्रा का उद्देश्य अलग-अलग राज्यों की सभ्यता, संस्कृति और रीति-रिवाजों को जानना है. यह दोनों पैदल ही लद्दाख तक की यात्रा करेंगे.
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