कुशीनगर: तमकुहीराज तहसील में सोमवार को जलाभिषेक के लिए नारायणी नदी (बड़ी गंडक) में जल भरने गए युवक को खोजने के लिए प्रधान सहित चालीस लोग नाव पर सवार होकर नदी में निकल पड़े. लेकिन दिशा भ्रमित होने के कारण बीच नदीं में फंस गए. लोगों के नदीं में फंसे होने की जानकारी पर प्रशासन ने दूसरी नाव भेजी. लेकिन डीजल खत्म होने के कारण वह भी बीच में फंस गई. फिर तीसरी नाव भेजकर सभी को सुरक्षित निकाला गया.
सोमवार को तरयासुजान थाना क्षेत्र के भगवानपुर निवासी विपिन मद्देशिया पुत्र पन्नालाल मद्देशिया जलाभिषेक के लिए ग्रामीणों के साथ गांव के समीप से बह रही नारायणी नदी में जल भरने गया था. इसी बीच गहरे पानी में जाने के कारण वह डूब गया. ग्रामीणों, एनडीआरएफ व पुलिस की टीम ने उसकी बहुत तलाश की लेकिन वह नहीं मिला.
मंगलवार को फिर एनडीआरएफ व पुलिस की टीम विपिन के तलाश में नदी में उतरी थी. जबकि एक नाव पर सवार होकर चैनपट्टी के प्रधान अपने गांव के होनहार दरोगा की परीक्षा पास कर चुके विपिन की तलाश में चालीस ग्रामीणों के साथ नदी में उतर गए. लेकिन, दिशा भ्रमित होने के कारण उनकी नाव उल्टी दिशा में चल पड़ी और वे लोग बाकखास गांव की ओर चले गए. इसी बीच उनकी नाव बीच नदी में फंस गई.
नदी में चालीस लोगों के फंसने की सूचना पर प्रशासन और ग्रामीणों के हाथ पांव फूलने लगे. हर तरफ कोहराम मच गया. प्रशासन ने तत्काल सभी लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए दूसरी नाव उस दिशा में रवाना की, लेकिन दूसरे नाव का डीजल खत्म होने से वह भी बीच नदी में जा फंसी.
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एडसीएम ब्यास नारायण उमराव व पुलिस क्षेत्राधिकारी जितेंद्र सिंह कालरा व एसएचओ तरयासुजान ने तत्काल तीसरी नाव की व्यवस्था करते हुए ग्रामीणों को धैर्य न खोने का संदेश देते हुए नाव को रवाना किया.जिससे सभी को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया.
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