कुशीनगर: जिले में सोमवार को रेलवे ट्रैक के नीचे बने एक अंडर-पास में हुए जलभराव के कारण बड़ी दुर्घटना होते-होते बची. रामकोला थाना क्षेत्र के परोरहा गांव में बने इस अंडर-पास में जलजमाव के बीच ड्राइवर की लापरवाही से बच्चों से भरी एक वैन फंस गई. ग्रामीणों की तत्परता से उन्हें बचाया जा सका. बाद में पहुंची पुलिस ड्राइवर को थाने लाकर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है.
क्या है पूरा मामला
- रामकोला थाना क्षेत्र के परोरहा गांव मे सोमवार सुबह ड्राइवर की लापरवाही सामने आई.
- रेलवे ट्रैक के नीचे हुए जलभराव में बच्चों से भरी वैन फंस गई.
- वैन फंसने से बच्चों के डूबने की स्थिति पैदा हो गई.
हम लोगों ने पहले ही ड्राइवर को मना किया था, लेकिन उसने पानी की गहराई का बिना अंदाजा किए वैन को घुसा दिया. बाद में हम लोगों ने बच्चों और वैन को बाहर निकाला.
-सुशील कुमार, प्रत्यक्षदर्शी
पहले भी हो चुका है इस तरह का हादसा:
- 26 अप्रैल 2018 को दुदही क्षेत्र में स्कूली बच्चों की एक वैन से ट्रेन की टक्कर हुई थी.
- इस घटना में 13 बच्चों की मौत हो गई और ड्राइवर सहित चार अन्य घायल हो गए थे.
- घटना के बाद स्कूलों की व्यवस्था को लेकर अधिकारियों ने काफी छानबीन और पड़ताल भी की.
- केंद्र सरकार ने रेलवे के सभी मानव रहित फाटकों को बंद करने का निर्णय लिया.
- रेलवे ट्रैक के नीचे से अंडरपास सड़क का निर्माण कराया गया.
- अंडर पास सड़कों के काफी नीचे होने के कारण हर जगह जलभराव की स्थिति बन जाती है.
रेलवे की तरफ से ट्रेन से वाहनों की टक्कर जैसी दुर्घटना को टालने की गरज से अंडरपास-वे का निर्माण तो कराया गया, लेकिन काफी गहराई से होकर गुजर रहे इन सड़कों पर हो रहे जलजमाव का उपाय नहीं निकाला.