कुशीनगर: जिले के तरयासुजान क्षेत्र के जवही नरेन्द्र गांव में हुई आगजनी के पीड़ित रिटायर्ड एसआई और उनके बेटे की मौत हो गई. दोनों का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा था. पत्नी अभी भी गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज मेंं भर्ती हैं. वहीं पांच साल की बच्ची की घटना के दिन ही मौत हो गई थी. वहीं दूसरी तरफ घटना के पांच दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस आरोपियों का पता नहीं लगा सकी है. एसपी ने मृत एसआई के लिए गए बयान के आधार पर कार्रवाई करने की बात कही है.
बता दें कि जवही नरेन्द्र निवासी सेवानिवृत एसआई श्याम सुन्दर उर्फ दूधनाथ अपनी दूसरी पत्नी सरोज देवी, पुत्र अविनाश व पुत्री परी के साथ 28 जून को गांव के बाहर अपने एक टिन शेड के मकान में सोए हुए थे. 28 जून की देर रात अज्ञात लोगों ने बाहर से दरवाजा बंद कर छत का टिन शेड हटाकर कोई ज्वलनशील पदार्थ घर के अंदर डालकर आग लगा दी थी. घटनाक्रम में चारों सदस्य बुरी तरह झुलस जल गए थे.
चार सदस्यीय इस परिवार को जिंदा जलाकर मारने के प्रयास की इस घटना में पुलिस अभी तक हवा में हाथ पांव मार रही है. सूत्रों की माने तो अब तक पुलिस यह भी पता नहीं लगा पाई है कि घटना के पीछे कौन था. पुलिस अधीक्षक विनोद मिश्रा ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में रिटायर्ड एसआई का बयान लिया गया है. उनके बयान और परिजनों की सूचना के आधार पर पुलिस छानबीन कर रही है, जल्द इस मामले का पटाक्षेप कर दिया जाएगा.