कुशीनगर. पडरौना नगर के हथिसार मोहल्ले में मंगलवार शाम एक मैरिज हाल में सपा के एमएलसी प्रत्याशी के समर्थन में बैठक चल रही थी. पुलिस ने अचानक बैठक में दस्तक दे दी जिससे हंगामा खड़ा हो गया. बैठक में जुटे समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार पुलिस के बल पर लोकतंत्र की हत्या करने के प्रयास में लगी हुई है. वहीं, सपा एमएलसी प्रत्याशी ने ट्विटर पर सरकार के इस जांच पर व्यंग कसा है.
विधान परिषद के चल रहे चुनाव में सपा पार्टी ने अपने घोषित प्रत्याशी डाॅ. कफील अहमद के समर्थन में एक बैठक का आयोजन किया था. बैठक में पार्टी प्रत्याशी के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री ब्रम्हा शंकर त्रिपाठी, राधेश्याम सिंह, विधान परिषद सदस्य राम अवध यादव सहित दर्जनों नेता पहुंचे थे. क्षेत्र के प्रधान, बीडीसी सदस्य व अन्य मतदाताओं के साथ बैठक चल ही रही थी कि अचानक भारी पुलिस बल ने वहां पहुंचकर परिसर में खड़े नेताओं के वाहनों की जांच शुरु कर दी.
जानकारी मिलते ही सारे नेता व कार्यकर्ता बाहर निकल आए और उन्होंने पुलिस द्वारा की जा रही जांच की कार्यवाही पर अपनी आपत्ति दर्ज करायी. काफी देर तक नेता अपना विरोध दर्ज कराते रहे. मीडिया को नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया जारी करते हुए कहा कि प्रदेश की सरकार पुलिस के बल पर लोकतंत्र की हत्या कराने पर जुटी हुई है. बैठक के बीच पुलिस को भेजना यह अत्यंत ही निंदापूर्ण कार्य है. इस घटनाक्रम की पूरी पार्टी एक स्वर से निंदा करती है.
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पडरौना कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक निर्भय सिंह ने बताया कि एक सूचना के आधार पर रिटर्निंग ऑफिसर के आदेश पर पुलिस ने बैठक स्थल के बाहर खड़ी गाड़ियों की चेकिंग की थी जिसमें कोई आपत्तिजनक सामान नही मिला है. पूरे मामले में सपा एमएलसी प्रत्याशी कफील खान ने अपने ट्विटर से 1 मिनट 19 सेकण्ड का वीडियो जारी कर कर व्यंग किया कि "मैं यहाँ चंदा मांगकर चुनाव लड़ रहा हूं और ये आरोप लागते हैं कि मेरी कार में पैसों का बोरा है तलाशी में 200 रुपये मिलें "
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