कुशीनगर : जिले के पडरौना नगर में बीते 10 दिनों से पेट में आर पार लगे हंसिए के दर्द से तड़पता एक आवारा कुत्ता घूम रहा था. पर जिले के जिम्मेदार विभागों ने बेजुबान कुत्ते की खबर तक नहीं ली. अतुल गुप्ता नाम के एक युवक की नजर आवारा कुत्ते पर पड़ी. उसने इंसानियत दिखाते हुए पहले कुत्ते को पकड़ने का प्रयास किया, पर वह सफल नहीं हो सका. बाद में अतुल ने महाराष्ट्र के एक एनजीओ से संपर्क किया. जिसके बाद वहां से 2 सदस्यों की एक टीम कुशीनगर घायल आवारा कुत्ते को बचाने पहुंची है.
कुत्ते को बचाने महाराष्ट्र से कुशीनगर पहुंची टीम
स्वार्थ की लालच में मनुष्यों के भीतर मानवता मरती जा रही है. लेकिन इसके बावजूद कुछ ऐसे लोग हैं जो नि:स्वार्थ्य भाव से भी काम करते हैं. और ऐसे ही लोगों को देखकर भरोसा हो जाता है कि इंसानियत अभी भी जिंदा है. कुछ ऐसी ही घटना कुशीनगर जिले के पडरौना नगर में देखने को मिली. जानकारी के अनुसार, नगर पालिका की गलियों में बीते 10 दिनों से एक आवारा काले रंग का कुत्ता घूम रहा था. उसके पेट में किसी ने क्रूरतापूर्ण तरीके से हंसिया मारकर जख़्मी कर दिया था. बुरी तरह से घायल कुत्ते को देखने वाले लोग एक क्षण के लिए अफसोस जताते, फिर आगे बढ़ जाते थे. लेकिन नगर की गलियों में घूम रहे इस आवारा कुत्ते का दर्द अतुल गुप्ता को देखा न गया. उसने पहले कुत्ते को पकड़ने की बहुत कोशिश की, लेकिन इंसानों से बदहवास कुत्ता अतुल के हाथ नहीं लगता और भाग जाता. जिसके बाद अतुल ने महाराष्ट्र की एक एनजीओ "प्यार रेस्क्यू सेंटर" से संपर्क किया और घायल कुत्ते का वीडियो उनको दिया. महाराष्ट्र की यह एनजीओ घायल आवारा जानवरों की देखभाल करती है और उनका इलाज कराती है. युवक अतुल गुप्ता की सूचना पर संस्था ने तुरंत अपनी दो सदस्यों की एक टीम महाराष्ट्र से कुशीनगर के लिए भेजी, जो अतुल के साथ मिलकर घायल कुत्ते को पकड़कर इलाज करा रहा है.
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10 घण्टे रेस्क्यू के बाद हो रहा इलाज
रविवार को 'प्यार रेस्क्यू सेंटर' की 2 सदस्य कुलेश्वर दामोदर महले और अर्पित सिंह ठाकुर कुशीनगर जिले के पडरौना नगर पालिका पहुंचे और अतुल से संपर्क किया. फिर अतुल दोनों लोगों को लेकर नगर पालिका अध्यक्ष से मिले, जिसके बाद घायल कुत्ते की खोजकर पकड़ने का काम शुरू किया गया. महाराष्ट्र की 2 सदस्य टीम ने पहले कुत्ते को पकड़ने के लिए जाली बनवाई और उसके बाद 10 घण्टे रेस्क्यू के बाद देर रात स्टेशन के पास से आवारा कुत्ते को पकड़ लिया गया. महाराष्ट्र से आई 2 सदस्य टीम ने आवारा घायल कुत्ते को पहले काबू में करने के बाद उसके शरीर में फंसे हंसिए को निकालने की कोशिश की, लेकिन जब सफलता नहीं मिली तो फिर उसे पशु चिकित्सक के पास लेकर गए. जहां उसका इलाज चल रहा है.
महाराष्ट्र से आयी टीम ने कहा-
महाराष्ट्र के चंद्रपुर से आये कुलेश्वर दामोदर महले ने बताया कि कुशीनगर के रहने वाले अतुल की सूचना पर हम लोग आवारा घायल कुत्ते की रेस्क्यू कर उसका इलाज कराने आये हैं. हमारी संस्था आवारा और घायल पशुओं की मदद और इलाज कराती है, फिर वह किसी राज्य, जिला या देश में हों. इस घायल कुत्ते को हमने रेस्क्यू कर लिया है. अगर इसके इलाज के लिए गोरखपुर या दिल्ली तक भी जाने की जरूरत होगी तो जायेंगे.