कुशीनगर: जिले में एक निजी कार्यक्रम में आईं राज्य महिला आयोग की सदस्य ने देर शाम पडरौना डाक बंगले में तीन पारिवारिक मामलों की सुनवाई की. पारिवारिक समस्याओं की सुनवाई के दौरान महिला थानाध्यक्ष और न्यायालय से जुड़े कर्मचारी मौजूद रहे. सुनवाई के बाद आपसी सुलह समझौते के आधार पर तीनों परिवारों की समस्या का निपटारा कराया गया.
जानिए पूरा मामला
राज्य महिला आयोग की सदस्य अर्चना एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने कुशीनगर के पडरौना आयी हुईं थीं. कार्यक्रम के बाद देर शाम पडरौना डाक बंगले में काफी दिनों से उलझे तीन पारिवारिक समस्याओं की सुनवाई की. इसमें दो मामला पति पत्नी के बीच का था तो एक मामला पति पत्नी और उनके परिजनों के बीच में था.
पहले मामले में पति पत्नी के बीच पिछले कुछ दिनों से चल रहे विवाद की समस्या को लेकर शबरुन निशा और जमालुद्दीन प्रस्तुत हुए. दूसरे मामले में निर्मला मिश्रा और उनके पति श्याम बिहारी मिश्र भी पहुंचे. दोनों मामलों में काफी देर चले सुलह समझौते के बाद हल निकला. दोनों पति पत्नी के साथ आयोग की सदस्य ने फ़ोटो भी खिंचवाया और उन्हें एक साथ विदा किया. आखिर में सामने आईं रूबी गुप्ता और उनके पति को सुनने के बाद पता चला कि पति पत्नी को उनके घर वाले किन्ही कारणों से अलग किए हुए हैं. इस पर परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मौके पर बात की गई और सुलह का रास्ता निकालकर स्टैम्प पर लिखा पढ़ी भी करा दी गई.
ईटीवी भारत से बात करते हुए महिला आयोग की सदस्य अर्चना ने बताया कि सरकार की मंशा के अनुरुप छोटे छोटे समस्याओं को लेकर परिवार में विवाद की स्थिति पैदा हो जा रही है, जिसके निराकरण का प्रयास आपसी बातचीत के आधार पर किया जा रहा है. एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि जिलों के दौरे के समय जो मामले थोड़ा समय देने से सुलझ सकते हैं. उनका निदान निकालने का और परिवारों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है.