कुशीनगरः कोरोना वायरस को रोकने के लिए पीएम मोदी ने देश में लॉकडाउन लागू किया है, जिसके चलते गरीब और असहाय लोगों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं लॉकडाउन के दौरान कोई भूखा न रहे, इसके लिए सरकार तमाम कोशिशें कर रही है. इस दौरान आर्थिक संकट से जूझ रहे लोगों के लिए जिले के शिक्षा मित्रों ने अपने एक दिन के मानदेय को मुख्यमंत्री राहत कोष में भेजने का निर्णय लिया है.
धनराशि सरकारी राहत कोष में जमा की गयी
लॉकडाउन के दौरान लोगों की आर्थिक मदद के लिए शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र शाही ने एक दिन के मानदेय को मुख्यमंत्री राहत कोष में भेजने का आह्वान किया था. इसी के मद्देनजर जिले में शिक्षामित्रों द्वारा इकट्ठा की गई नौ लाख से अधिक धनराशि को मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किया गया.
शिक्षा मित्रों के संगठन की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि, कुशीनगर में सर्वशिक्षा व बेसिक के लगभग 2631 साथियों का माह फरवरी मार्च के मानदेय से 9,07,695 रुपये इकट्ठा किए गए है. इस धनराशि को मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करा दिया गया है. कुशीनगर निवासी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र शाही और जिलाध्यक्ष अखिलेश चतुर्वेदी ने सहयोग देने वाले सभी साथियों के प्रति आभार प्रकट किया.
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