कुशीनगर: जिला कृषि अधिकारी बाबू राम मौर्य ने बीते 6 अगस्त को नेबुआ नौरंगिया थाने पर एक एफआईआर कराया, जिसमें जिला कृषि अधिकारी द्वारा यूरिया तस्करी के एक मामले में मुख्य आरोपी का नाम दिया. आरोपी को 2 सप्ताह बाद भी पुलिस पकड़ नहीं पा रही है, लेकिन सामाजिक समारोहों में आरोपी पुलिस के सामने और क्षेत्रीय विधायक के साथ खुलेआम हिस्सा लेने का फोटो वायरल हो रहा है. जिसके बाद कुशीनगर पुलिस के भरोसे कानून के राज का सरकारी दावा फेल होता नजर आ रहा है.
गौरतलब हैं की बीते 6 अगस्त को एक सूचना के क्रम में जिला कृषि अधिकारी बाबू राम मौर्य ने थाना नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र में बिना नंबर के एक पिकप वाहन पर लदे यूरिया की खेप को तब पकड़ा. जब वो बिहार सीमा की ओर बढ़ रहा था. मामले में छानबीन के बाद जिला कृषि अधिकारी श्री मौर्य ने उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद जो प्राथमिकी दर्ज कराई है. एफआईआर में कलवारी पट्टी ग्राम सभा में आईएफएफडीसी कृषक सेवा केन्द्र के प्रोपराइटर सिंगहा ग्राम निवासी शान्तिश कुमार शाही को मुख्य आरोपी बनाया गया था. इसके साथ ही बिहार के बगहा क्षेत्र के बैरियहवा निवासी पिकप ड्राइवर साहेब यादव और वाहन स्वामी जाकिर खान को सह आरोपी बनाया गया था.
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस अभी तक आरोपी तक नहीं पहुंच सकी है. वहीं आजादी के अमृत महोत्सव के क्रम में उसी क्षेत्र आयोजित एक कुश्ती दंगल समारोह में क्षेत्रीय विधायक के साथ मौजूद उक्त आरोपी का फोटो वायरल होने के बाद पुलिस की किरकिरी शुरू हो गई है. सत्ता पक्ष से जुड़े लोगों के करीबी बताए जा रहे यूरिया तस्करी के उक्त आरोपी को पुलिस पर ही अब शह देने की बात भी खुद सत्ता से जुड़े लोगों के बीच शुरु हो गई है.
यूरिया तस्करी मामले में आरोपी बनाए व्यक्ति के साथ विधायक की फोटो वायरल होने के बाद खड्डा विधायक बचते नजर आए. विधायक विवेकानंद पाण्डेय से बात की गई तो उन्होंने बताया पुलिस पर किसी प्रकार का कोई दबाब नहीं है. रही बात तस्वीरों की तो मैं लोगों के बीच मे जाता हूं. उस दौरान कौन मेरे साथ कहि आ जाए तो कहां पता चलता है. ऐसा नहीं होना चाहिए अपराधी कोई भी है कानून को अपना काम करना चाहिए.
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