कुशीनगर : कुशीनगर होम्योपैथी विभाग की निष्क्रियता और जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते कुशीनगर जिला होम्योपैथी विभाग के शौचालय में लाखों की दवाएं सड़ रहीं हैं. इसके बावजूद न तो इन दवाओं को यहां से हटाया जा रहा है और न ही इनका वितरण किया जा रहा है.
जानकारी के अनुसार जिला होम्योपैथी अस्पताल कुशीनगर के शौचालय में गत्तों में होम्योपैथी की मदरटिंचर दवाएं वर्षों से भरी पड़ी हैं. इन्हें अब तक न तो बांटा गया और न ही यहां से हटाया गया. दवाओं से भरे गत्ते शौचालय में सड़ रहे हैं.
उन पर लिखी जानकारी के अनुसार ये होम्योपैथी की दवाएं उत्तर प्रदेश आयुष विभाग द्वारा गोवा की कंपनी गोवा एंटीबायोटिक और फार्मास्यूटिकल लिमिटेड से खरीद की गईं हैं जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 5 से 6 लाख बताई जा रही है.
सरकार ने कुशीनगर जिले में सप्लाई सत्र- 2018-19 में खरीद के बाद इन दवाओं को जिला होम्योपैथी विभाग को भिजवा दिया ताकि इनका जनपद के विभिन्न सरकारी होम्योपैथी अस्पतालों में वितरण कराया जा सके.
इसके बावजूद जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते इन दवाओं का वितरण तो दूर अस्पतालों तक इनकी आपूर्ति तक सुनिश्चित नहीं कराई जा सकी. आज ये शौचालय में डंप कर दी गईं हैं.
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सूत्रों के अनुसार गत्तों में विभिन्न दवाओं की मदरटिंचर हैं जो वायरल और बुखार में बेहद उपयोगी हैं. बताया जाता है कि दवाओं में बड़ा खेल भी हो सकता है. इनका वितरण न होने के अलावा इन दवाओं की गुणवत्ता भी संदेह के घेरे में है.
सूत्रों के अनुसार विभागीय जिम्मेदार लाखों के दवाओं की एक्सपायरी डेट की प्रतीक्षा कर रहे हैं. दवाओं की उत्पाद तिथि अगस्त 2018 की और वैधता 60 महीनों की है जिसमें 4 साल का समय पूरा भी हो रहा है.
जिला होम्योपैथी अस्पताल में फार्मासिस्ट पद पर तैनात आर.डी कुशवाहा से इन दवाओं के बारे में पूछा गया. उन्होंने बताया कि इन दवाओं का सारा रिकार्ड कार्यालय से मिलेगा. उनके पास कुछ भी नहीं है. बस होम्योपैथ विभाग के कार्यालय में गोदाम न होने के कारण यहां रखा गया है.
जब इस मामले में जिला होम्योपैथ अधिकारी (DHMO) डॉ. अशोक गौड़ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बहुत पहले की दवा आयी है. इसका बिल बाउचर हमारे पास नहीं है. यह भी नहीं पता कि उसका पेमेंट हुआ या नहीं. कहा कि उनके चार्ज लेने से पहले का यह मामला है.
अब आदेश लेकर इन्हे बंटवा दिया जाएगा. अंतिम तिथि की तरफ बढ़ रही दवाओं के बारे जिलाधिकारी कुशीनगर एस.राज लिंगम से बात की गई तो उन्होंने मामले की जांच कराने की बात कही.