गोरखपुर: अंतरराष्ट्रीय उड़ान के साथ घरेलू उड़ानों के लिए विशेष तौर पर तैयार हो रहे कुशीनगर एयरपोर्ट से फिलहाल जुलाई से उड़ान संभव नहीं हो पाएगी. इस बात का संकेत कुशीनगर एयरपोर्ट के प्रभारी एयरपोर्ट मैनेजर एके द्विवेदी ने ईटीवी भारत को विशेष तौर से दिया है. उन्होंने बताया कि कुशीनगर एयरपोर्ट आरसीएस एयरपोर्ट है, जिसका संचालन टर्बो एयरपोर्ट को सौंपा गया है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस साल के अंत तक इस एयरपोर्ट से उड़ान संभव हो जाएगी.
साल के अंत तक एयरपोर्ट से उड़ान संभव
- भगवान बुद्ध की निर्वाण स्थली के रूप में कुशीनगर पूरी दुनिया में विख्यात है.
- यहां हर साल लाखों पर्यटक दुनिया के कई देशों से पहुंचते हैं.
- यहां पर एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट बनाया जाना बेहद जरूरी था, क्योंकि जो हवाई पट्टी थी वह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए मुफीद नहीं थी.
- इसलिए काफी जद्दोजहद और सरकारों की उठापटक के बीच इसका निर्माण शुरू हुआ.
- समय की मांग को देखते हुए उम्मीद जताई जा रही है कि एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारी यहां से उड़ान का जो समय और महीना बता रहे हैं, उस दिन से यहां से विमानों की उड़ान शुरू हो जाएगी.
कुशीनगर एयरपोर्ट को तैयार करने के लिए कई तरह के निर्माण कार्य चल रहे हैं. पुरानी बिल्डिंग को भी ट्रांसमिशन सेंटर के रूप में उपयोग में लाया जाएगा. साथ ही कुछ नई बिल्डिंग भी बनाई जाएंगी. एयरपोर्ट से उड़ान नवंबर से दिसंबर 2019 में संभव हो जाएगी. खास बात यह है कि इस एयरपोर्ट के शुरू हो जाने से कुशीनगर से लखनऊ और कुशीनगर से पटना की भी सीधी उड़ान हो जाएगी. जिससे अधिकतम एक घंटे के समय में पूर्वांचल के लोग इन दोनों राजधानियों में पहुंच सकेंगे.
-एके द्विवेदी, प्रभारी एयरपोर्ट प्रबंधक, कुशीनगर