कुशीनगर: जिले में ट्रॉमा सेंटर बनाने की मांग तेज होती जा रही है. यहां के लोग ट्रॉमा सेंटर बनाने की मांग लेकर हाथ में कैंडिल लिए सड़क पर उतरे. आए दिन यहां सड़क हादसे होते रहते हैं जिनमें घायल हुए लोगों को तुरंत इलाज नहीं मिल पाने के कारण उनकी मौत हो जाती है. इसी वजह से जिला मुख्यालय पर एक ट्रॉमा सेंटर बनाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है. सभी राजनीतिक दलों से जुड़े युवाओं के साथ क्षेत्र के व्यापारियों ने भी कैंडिल मार्च में हिस्सा लिया.
हाल के दिनों में बहुत सी ऐसी दुखदायी मौते हुई हैं, जिन्हें इलाज कर बचाया जा सकता था, लेकिन जिला अस्पताल की व्यवस्था और ट्रामा सेंटर के अभाव में उन्हें नहीं बचाया जा सका. हम आखिरी दम तक इस लड़ाई को लड़ेंगे, जब तक ट्रामा सेंटर नहीं बन जाता.
प्रभुनन्द उपाध्याय, जिलाध्यक्ष, संयुक्त कर्मचारी संघ
जिला अस्पताल पूरी तरह रेफरल अस्पताल बनकर रह गया है, इसी कारण मेडिकल कॉलेज पहुंचने से पहले ही घायल मरीज दम तोड़ रहे हैं. हम लोग सरकार से जिला मुख्यालय पर एक ट्रामा सेंटर बनवाने की मांग कर रहे हैं.
गौरव तिवारी, सामाजिक कार्यकर्ता