कुशीनगर: जिले के एक निजी आईटीआई कॉलेज ने बैंक गारंटी के लिए फर्जी दस्तावेज लगा दिया. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आईटीआई की मान्यता लेने के आरोप में इस संस्थान का प्रबंधन फंस गया है. पटहेरवा थाने में बनकटा बाजार स्थित निजी आईटीआई के खिलाफ तहरीर दी गई है.
जांच में पाए गए थे फर्जी दस्तावेज
प्रदेश में नए निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों या पहले से संचालित संस्थानों ने 24 सितंबर 2018 में निहित प्रावधानों के क्रम में आवेदन किया था. इसके साथ ही निजी संस्थानों के प्रबंधको ने प्रतिभूति बैंक गांरटी जमा कराई थी. इसके बाद डीजीटी भारत सरकार ने निजी आईटीआई संस्थान को एनसीवीटी से मान्यता और सम्बद्धता प्रदान कराई थी.
इस प्रक्रिया के बाद प्रबंधन द्वारा जमा बैंक गारंटी में गड़बड़ी की शिकायतें शासन को मिली थीं. इसके बाद जांच शुरू की गई तो उसमें कुछ दस्तावेज फर्जी पाए गए. इस पर डीटीटी भारत सरकार ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मान्यता प्राप्त करने वाले संस्थानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्णय लिया है.
28 जनवरी को दिया गया था पत्र
जनवरी में प्रदेश मुख्यालय से निदेशक, प्रशिक्षण और सेवायोजन ने जिले के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के नोडल प्रधानाचार्य को एक पत्र भेजा है. पत्र में बैंक गारंटी के फर्जी दस्तावेज लगाकर मान्यता प्राप्त करने वाले बीएन प्रा. आईटीआई के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं. शासन की तरफ से प्राप्त पत्र के आधार पर प्रधानाचार्य ने 28 जनवरी को थानाध्यक्ष पटहेरवा को शिकायती पत्र दिया था. इसमें संबंधित निजी आईटीआई के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की प्रक्रिया पूरी की गई थी.
नोडल प्रधानाचार्य ने दी प्रतिक्रिया
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, पडरौना के प्रधानाचार्य शरद चंद सागरवाल ने बताया कि शासन स्तर से आदेश प्राप्त हुआ है. उसके बाद अभी एक निजी आईटीआई के खिलाफ थाने में तहरीर दे दी गई है.
एक पत्र प्राप्त हुआ है. मगर ऐसे मामले में पहले ही जांच की जाती है. इसके बाद एफआईआर दर्ज की जाती है.
-अतुल्य कुमार पांडेय, थानाध्यक्ष पटहेरवा