कुशीनगर: रामकोला ब्लाॅक और तुर्कपट्टी क्षेत्र में आग की कहर से 14 जानवरों की मौत (14 animal deaths) हो गई और लाखों का सामान भी जल गया. अग्निकांड की इन घटनाओं की वजह से कई लोग बेघर हो गए हैं. मौके पर पहुंची पशु चिकित्सकों की टीम ने गंभीर रूप से जली गायों का इलाज किया तथा मरे हुए पशुओं का पंचनामा करके पोस्टमार्टम के लिए भेजा. वहीं तहसील प्रशासन ने प्रभावित लोगों की सूची बनाकर मदद का आश्वासन दिया है.
पहली घटना तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के बरवा राजापाकड़ के जमुआन टोला में दीये से सिलिंडर में आग लगने से हुई. मुख्य आबादी से सौ मीटर दूर बसे तीन परिवार के लोगों के शोर पर ग्रामीण पहुंचे, तबतक आग ने सभी झोपड़ियों को अपने चपेट में ले लिया. सूचना पाकर फायर बिग्रेड व पुलिस भी पहुंची और ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया. आग में शारदा यादव के घर का सामान, 50 हजार 700 नकदी व सात बकरियां जल गईं. हरिकेश यादव की पांच झोपड़ियां, अनाज, दो सिलिंडर, और 25 हजार की नकदी जल गई. रामचंद्र यादव की तीन झोपड़ियां, अनाज, गृहस्थी के सामान सहित पांच बकरियां जल गईं.
दूसरी घटना रामकोला थाना (ramkola police station) क्षेत्र के परवरपार गांव में हुई. यहां पशुओं के रहने के लिए बने टीन शेड में मंगलवार रात अचानक आग लग गई. घटना में तीन पशु झुलस गए, जिसमें दो की तत्काल मौत हो गई. मौके पर ग्रामीणों ने पहुंचकर किसी तरह आग पर काबू पाया तब तक बहुत देर हो चुकी थी. पीड़ित के अनुसार इस हादसे में दो लाख से ऊपर का नुक़सान हुआ है.
पीड़ित रामवृक्ष पाण्डेय ने बताया कि तीन पशु एक गाय और उसके दो बच्चे बंधे हुए थे. तेज लपटों के साथ धुआं निकलता देख आसपास के लोग शोर मचाते हुए दौड़ पड़े, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुका था. उसमें बंधे एक गाय व उसके दो बछड़े बुरी तरह आग की लपटों से झुलस गए. ग्रामीणों ने गाय को किसी तरह बाहर निकाला, लेकिन दोनों बछड़ों की मौके मौत हो गई. सूचना पाकर मौके पर पहुंचे लेखपाल धर्मेन्द्र सिंह ने आग से हुई क्षति का आकलन कर रिपोर्ट तहसील प्रशासन को सौंप दी. मौके पर पहुंचे रामकोला ब्लाॅक के पशु चिकित्सकों की टीम ने गंभीर रूप से जली गायों का इलाज किया तथा मरे हुए पशुओं का पंचनामा करके पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
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